Friday, April 26, 2024

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सड़कों पर भूखे-प्यासों का उमड़ा सैलाब सरकारों की बेरहमी का सबसे बड़ा सबूत: माले

लखनऊ। भाकपा (माले) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश समेत देश भर की सड़कों पर तपती दोपहरी में गृहस्थी सर पर उठाए पैदल या अन्य साधनों से बच्चों-महिलाओं सहित लाखों प्रवासी मजदूरों के घर वापस लौटने के विचलित कर...

स्पेशल रिपोर्ट: कैंसर और हार्ट के मरीजों को मरने के लिए छोड़ दिया दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने

घोषित तौर पर भले ही कुछ न हो लेकिन देश भर में लॉकडाउन के बाद से ही बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं निलंबित चल रही हैं। जिससे शुगर, किडनी, हर्ट, थैलेसीमिया के मरीजों को बेहद तकलीफ देह स्थिति से गुजरना पड़...

तपती गर्मी में भूखे प्यासे पैदल चलते लोग

हम मई के ठीक मध्य में खड़े हैं। मौसम बेहद गर्म है और कुछ जगहों पर गर्म हवा चलने लगी है। सड़क का डामर पिघलने लगा है। और इसी गर्म तपती हुई सड़क पर बच्चे, बूढ़े और जवान सभी...

महामारी और लोगों की मौत को नियति मान लिया है सरकार ने!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह मान लिया है और देश को भी बता दिया है कि कोरोना महामारी का स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर पर मुकाबला करने के लिए उनकी सरकार जितना कर सकती थी, वह कर चुकी है। अब...

ट्रेनों के चलाने के दावे खोखले निकले, नन्हें बच्चों-महिलाओं के साथ सैकड़ों मज़दूर पैदल चलने को मजबूर

रायपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लगे तीसरे चरण के लाॅक डाउन के बाद बीजापुर से होते हुए अपने घरों के लिए रवाना हो रहे प्रवासी मजदूरों के पैदल सफर का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले...

कोरोना से लड़ने वाली सरकार ही बन गयी उसकी प्रसारक!

देखिये साहब भरोसा वरोसा आपको करना हो तो करते रहिये, हम तो करते नहीं साफ़ कहना सुखी रहना। एक घर की ओर जाते मजदूर से एक पत्रकार ने जब पूछा कि अब तो प्रधानमंत्री की ओर से 20 लाख...

एक खतरनाक संकेत है श्रम कानूनों का निलंबन

श्रम कानूनों के निलंबन का निर्णय जो कुछ सरकारों द्वारा किया गया है जिसमें यूपी, एमपी और गुजरात है, एक टेस्टिंग निर्णय है। यह सरकार द्वारा पूंजीपतियों के पक्ष में किया गया एक फैसला है, जिसका आधार यह दिया...

पड़ताल: कैसे सरकारी विज्ञापनों ने बनाया मीडिया को सत्ता का दलाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गत माह विपक्षी नेताओं से कोविड-19 और उससे पैदा हुए आर्थिक संकट का सामना करने के संदर्भ में सुझाव मांगे थे। इस संदर्भ में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकारी धन की बचत...

अपनी जड़ों से उजड़ कर जिसके सपनों के महल खड़े किए, उसी ने दिखा दिया ठेंगा

रेल की पटरी पर मज़दूरों के क्षत विक्षत शव और फैली हुयी रोटियों ने हमारी व्यवस्था, नीति, नीयत, और संवेदनशीलता की पोल खोल कर रख कर दी है। दुनियाभर ने पटरियो पर बिखरे मांस पिंड और चंद रोटियों के...

देश के बहुसंख्य आमजन-मेहनतकशों के लिए ऐसी सरकार, ऐसे राज्य के बने रहने का तर्क (Raison d’être) खत्म हो गया है !

कोरोना की आपदा तो वैश्विक है, लेकिन इससे जिस तरह हमारे देश में निपटा जा रहा है, उसने मजदूरों की जिस दिल दहला देने वाली अकल्पनीय यातना को जन्म दिया है, उसका पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं है। आने...

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ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर...