हमारे देश की सरकार आजकल बड़े बदलाव के लिए बदले की भावना से काम कर रही है। चाहे वह सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ का और आरबी श्रीकुमार पूर्व डीजीपी का मामला हो। 2002 नरसंहार कांड में जीत के बाद...
अफ़ग़ानिस्तान में हामिद करजई और अब्दुल्ला अब्दुल्ला जैसे नेताओं से पहले वार्ता और उसके बाद उन्हें नज़रबंद करने का वाक़या यह सवाल उठाता है कि उस देश में किसी सर्वसमावेशी सरकार का गठन कैसे संभव होगा जहां किसी भी...
भारत का उदय विविधता का सम्मान करने वाले बहुलवादी प्रजातंत्र के रूप में हुआ था। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हमारे संविधान में समुचित प्रावधान किये गए, जिनका खाका सरदार पटेल की अध्यक्षता वाली संविधान सभा की अल्पसंख्यकों पर...