Thursday, April 25, 2024

happiness

घरेलू उपभोग खर्च सर्वेः खुशहाली की खुशफहमी क्यों?

साल 2022-23 का घरेलू उपभोग खर्च सर्वेक्षण (एचसीईएस) रिपोर्ट जारी होने के बाद नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने इसको आधार बना कर कई बड़े दावे किए। मसलन, देश में दरिद्रता (destitution) का अस्तित्व खत्म हो गया है। गरीबी रेखा...

ग्राउंड रिपोर्ट: बीमारी और महंगाई ने छीना दिवाली पर बाज़ारों की रौनक 

प्रयागराज। घर में बीमारी, जेब में महंगाई , सूना त्योहार, सूना बाज़ार। यही इस साल की दीपावली त्योहार का दृश्य है। बाज़ार में पटाखों, मूर्तियों, सजावटी सामानों, मिठाइयों की दुकानों के सामने ग्राहकों की भीड़ नहीं महंगाई और बीमारी...

उदास ज़िन्दगी में मसखरी की जगह 

हंसी को लेकर आप गंभीर नहीं तो यह ज़रूर जान लें कि आम तौर पर 23 साल की उम्र के आस-पास लोगों का हास्य बोध घटने लगता है। मांसपेशियों के कमज़ोर होने और आंखों की रोशनी के घटने से...

‘हिज मास्टर्स वॉयस’ में बदल गया भागवत का संबोधन

यह सच है कि मोहन भागवत के विजया दशमी के कर्मकांडी भाषण का संघ के एक पूर्व कट्टरतावादी प्रचारक की सरकार के काल में भी कोई विशेष सांस्थानिक मायने नहीं है। यह किसी पिटे हुए मोहरे की जोर आजमाइश...

ईद तो खुशियां बांटने का नाम है

ईद का मतलब होता है जो "बार बार आए”। मगर इसका मतलब "ख़ुशी मनाना" और "जश्न मनाना" भी होता है। महीने भर रोज़ा रखने के बाद ईद मनाई जाती है। यह ख़ुशी का दिन होता है। दरअसल ख़ुशी कोई अकेले...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...