दलित राजनीति क्या एक नए लोकतांत्रिक अध्याय की ओर बढ़ेगी ?

हाथरस में जो भयानक हादसा हुआ है उसमें मरने वाले अधिसंख्य लोग जाटव समाज के गरीब बताए जा रहे हैं।…

जिन्हें चमत्कारों के भरोसे छोड़ दिया गया है, वे चमत्कारी बाबा के शरण में न जाएं तो कहां जाएं?

पिछले करीब 48 घंटों से देश का हर संवेदनशील इंसान व्याकुल और बेचैन है। 50 मरे, 70 मर गए, 100…

हाथरस त्रासदी: क्या मोदी जी, देश के बुनियादी सवालों से भाग नहीं रहे हैं?

दो जुलाई की हाथरस ट्रेजेडी ने ‘मोदी-शाह ब्रांड भाजपा, गुजरात विकास मॉडल और डबल इंजन सरकार का नैरेटिव’ के खोखलेपन…