Sunday, September 24, 2023

hypocrisy

दुनियाभर में धर्म, लोक-परलोक, स्वर्ग-नरक आदि काल्पनिक बातें आम आदमी के अनन्त शोषण के लिए ही बनाई गईं हैं!

भारत में लगभग 80 प्रतिशत धर्मभीरु जनता इसी बात में बुरी तरह उलझी हुई है कि, 'ऊपरवाला किस्मत लिखता है, वो सब देखता है, वो हमारे पाप-पुण्य का हिसाब रखता है, जीवन-मरण भी उसी के हाथ में है, उसकी...

हिंदू पाखंड को खंड-खंड करतीं ‘डॉक्टर अंबेडकर की पहेलियां’

डॉ. भीमराव आंबेडकर भारत के उन नेताओं में अग्रणी रहे, जिन्होंने देश के नव-निर्माण को नई दिशा दी। जोतीराव फुले द्वारा शूद्रों-अतिशूद्रों के प्रबोधीकरण के लिए तैयार की गई जमीन को उन्होंने न केवल सींचा, बल्कि उसमें आधुनिक विचारों...

सरकार अमीरों को मुफ्त में जहाज से घर पहुंचा आई और गरीब पैदल यात्रा पर

एक तिहाई आबादी सदा पाखंड यात्राओं और पाखंड के अड्डों पर भटकती रही। लाख समझाओ मगर बुद्धिहीनों की भीड़ कहां समझने वाली है। हर प्राकृतिक आपदा के समय लुटेरे मुनाफाखोरी, कालाबाजारी पर उतर जाते हैं और धर्मखोर हालात सुधरने...

सत्ता पोषित पाखंड के दौर में एक नयी ज़मीन तोड़ने का वक्त़

बंद दिमाग़ी की गर्त में समाज एक कठिन वक्त में जबकि अपनी आंखें खुली रखना, तर्कशीलता के रास्ते पर डटे रहना, समाज में वैज्ञानिक चिंतन की बातें कहने में संकोच न करना अपने आप में जोखिम भरा काम हो गया...

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निज्जर विवादः भारत की मुश्किल, अमेरिका की मुसीबत

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के 18 सितंबर को भारत पर गंभीर आरोप लगाने के बाद इस प्रकरण में...