Saturday, April 20, 2024

Indian society

दाभोलकर की वैचारिक दुनिया: भारतीय समाज को विवेकपूर्ण बनाने का संघर्ष

मैं उम्मीद करता हूं आप डॉ नरेंद्र दाभोलकर को भूले नहीं होंगे। आज से दस साल पहले, तारीख 20 अगस्त 2013 को, उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। वह महाराष्ट्र के पुणे शहर के थे। पेशे से फिजिशियन...

दहेज प्रथा नहीं, कलंक है

पोथिंग, उत्तराखंड। पिछले वर्ष के आखिरी महीने में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने साल 2022 का आपराधिक आंकड़ा जारी किया। जिसमें बताया गया है कि 2022 में दहेज़ के नाम पर देश भर में 6516 महिलाओं को मार...

हिंदू महिलाओं की गुलामी के दस्तावेजों का प्रकाशक और प्रसारक है गीता प्रेस 

गीता प्रेस, गोरखपुर को 2022 गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में 1995 में भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है। यह उन व्यक्तियों/संगठनों को प्रदान किया जाना...

वर्ण-जाति और वर्गों की दावेदारी तथा निजी संपत्ति का जन्म

आज भारतीय समाज में बहुस्तरीय संघर्षों की मुखर अभिव्यक्ति दिख रही है। यह स्थिति आज की नहीं है बल्कि यह सिलसिला कम से कम आज से 5000 वर्ष (हड़प्पा-मोहनजोदड़ो की कांस्य युगीन सभ्यता) पुराना है। लेकिन विभिन्न वर्गों और...

भारतीय समाज: अपर कॉस्ट के हित में अपर कॉस्ट द्वारा संचालित

राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक चुनावी भाषण में एक नारा दिया, "जितनी जिसकी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी" इसका अर्थ है कि किसी समाज और किसी विशिष्ट सामाजिक समूह की हिस्सेदारी जनसंख्या में उनके हिस्से के अनुरूप होना चाहिए।...

लैंगिक असमानता एवं सांस्कृतिक परवरिश

हाँ! मुझे शिकायत है और मुझे लगता है कि आप में से कई लोगों को भी यह शिकायत होगी। मुझे समाज के हर उस शख़्स से शिकायत है जिसने अपनी बेटी पर बंदिशें लगाई हैं, मगर अपने बेटे पर...

बीजेपी की सत्ता में जिंदा रहना ही विकास!

दुनिया के कई देश गृहयुद्ध की भयावहता को झेल चुके हैं और आज भी उस परिस्थिति से गुजर रहे हैं, जिसमें रवांडा, मिस्र, लीबिया, युगांडा, अफगानिस्तान, ईरान, इराक समेत और भी बहुत सारे देशों को देखा जा सकता है।...

लोकतांत्रिक संस्थाएं भी मना रही हैं अपनी मौत का जश्न

भारतीय समाज के अपराधीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। शुक्रवार की हैदराबाद की घटना और उसके बाद देश में हुए जश्न ने इस बात को साबित कर दिया है। कम से कम मोदी और संघ को इस...

भारतीय समाज के लोकतंत्रीकरण की लड़ाई आगे बढ़ाने की जरूरत

नौ नवंबर 2019 को बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। सरल लोगों की उम्मीद के विपरीत जो यह समझते थे कि राजनीतिक राम का विवाद समाप्त हुआ, अब आगे बढ़ने की जरूरत है,...

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ग्राउंड रिपोर्ट: चंदौली के नरवन इलाके के ओयरचक गांव में किसानों के सामने ही ख़ाक हो गई उनकी सारी मेहनत 

चंदौली। चंदौली जिले के ओयरचक गांव के 65 वर्षीय सत्यप्रकाश सिंह की आंखों के आंसू सूख गए हैं। बची है...