गीता प्रेस, गोरखपुर को 2022 गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जो महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में 1995 में भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है। यह उन व्यक्तियों/संगठनों को प्रदान किया जाना...
आज भारतीय समाज में बहुस्तरीय संघर्षों की मुखर अभिव्यक्ति दिख रही है। यह स्थिति आज की नहीं है बल्कि यह सिलसिला कम से कम आज से 5000 वर्ष (हड़प्पा-मोहनजोदड़ो की कांस्य युगीन सभ्यता) पुराना है। लेकिन विभिन्न वर्गों और...
राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक चुनावी भाषण में एक नारा दिया, "जितनी जिसकी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी" इसका अर्थ है कि किसी समाज और किसी विशिष्ट सामाजिक समूह की हिस्सेदारी जनसंख्या में उनके हिस्से के अनुरूप होना चाहिए।...
हाँ! मुझे शिकायत है और मुझे लगता है कि आप में से कई लोगों को भी यह शिकायत होगी। मुझे समाज के हर उस शख़्स से शिकायत है जिसने अपनी बेटी पर बंदिशें लगाई हैं, मगर अपने बेटे पर...
दुनिया के कई देश गृहयुद्ध की भयावहता को झेल चुके हैं और आज भी उस परिस्थिति से गुजर रहे हैं, जिसमें रवांडा, मिस्र, लीबिया, युगांडा, अफगानिस्तान, ईरान, इराक समेत और भी बहुत सारे देशों को देखा जा सकता है।...
भारतीय समाज के अपराधीकरण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। शुक्रवार की हैदराबाद की घटना और उसके बाद देश में हुए जश्न ने इस बात को साबित कर दिया है। कम से कम मोदी और संघ को इस...
नौ नवंबर 2019 को बाबरी मस्जिद-राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। सरल लोगों की उम्मीद के विपरीत जो यह समझते थे कि राजनीतिक राम का विवाद समाप्त हुआ, अब आगे बढ़ने की जरूरत है,...