संतुलित समृद्धि के लिए जाति-जनगणना के दर्पण में भारत के लोकतंत्र का चेहरा
जातिवार जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण का महत्व सिर्फ सरकारी नौकरियों में आरक्षण और कुछ अनुदान-उपदान तक ही सीमित नहीं है। विषाक्त विषमता और घनघोर सामाजिक [more…]
जातिवार जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण का महत्व सिर्फ सरकारी नौकरियों में आरक्षण और कुछ अनुदान-उपदान तक ही सीमित नहीं है। विषाक्त विषमता और घनघोर सामाजिक [more…]
भारत के लोकतंत्र के लिए गैरमामूली आम चुनाव 2024 सामने है। चुनाव प्रचार का सिलसिला जोर पकड़ चुका है। चुनाव प्रचार के सिलसिला में 2 [more…]