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बीच बहस

नेहरू जयन्ती विशेष : आधुनिकता,धर्मनिरपेक्षता और सर्वधर्म समभाव के प्रतिनिधि

आधुनिक भारत के निर्माता कहे जाने वाले जवाहरलाल नेहरू भारतीय पुनर्जागरण के सर्वोत्तम के प्रतिनिधि थे ,यह बात अलग है कि यूरोप के पुनर्जागरण की [more…]

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ज़रूरी ख़बर

अभी भी उस खौफनाक मंजर से नहीं उबरे हैं जहांगीरपुरी के लोग

देश में आजकल किसी भी घटना के बाद उसको कंट्रोल करने के लिए एक नया आइडिया ईजाद किया गया है वह है बुल्डोजर का। यूपी [more…]

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ज़रूरी ख़बर

वैशाखी और खालसा पंथ की स्थापना के मौके पर दिल्ली की सीमाओं पर होंगे तरह-तरह के कार्यक्रम

नई दिल्ली। सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर के किसानों के धरनास्थलों पर 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के अवसर पर संविधान बचाओ दिवस [more…]

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ज़रूरी ख़बर

संसद मार्च से पहले मोर्चे ने किया कार्यक्रमों की नई फेहरिस्त का ऐलान

संयुक्त किसान मोर्चा ने कार्यक्रमों की नई घोषणा कर दी है। इसके तहत 10 अप्रैल को केएमपी हाईवे जाम करने के साथ ही 13 अप्रैल [more…]

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संस्कृति-समाज

फ़ैज़ की जयंतीः ‘अब टूट गिरेंगी ज़ंजीरें, अब जिंदानों की खैर नहीं’

उर्दू अदब में फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ का मुकाम एक अजीमतर शायर के तौर पर है। वे न सिर्फ उर्दू भाषियों के पसंदीदा शायर हैं, बल्कि [more…]

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लेखक

जयंतीः सोवियत यूनियन की अहम हस्ती गफूरोफ भी थे जोय अंसारी के प्रशंसक

मुल्क में तरक्की पसंद तहरीक जब परवान चढ़ी, तो उससे कई तख्लीककार जुड़े और देखते-देखते एक कारवां बन गया, लेकिन इस तहरीक में उन तख्लीककारों [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंतीः जोश मलीहाबादी की रगों में दौड़ता था इंकलाब!

उर्दू अदब में जोश मलीहाबादी वह आला नाम है, जो अपने इंकलाबी कलाम से शायर-ए-इंकलाब कहलाए। जोश का सिर्फ यह एक अकेला शेर, काम है [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंतीः शहादत के बाद भी अंग्रेज सरकार थर्राती थी गेंदालाल से

देश की आजादी कई धाराओं, संगठन और व्यक्तियों की अथक कोशिशों और कुर्बानियों का नतीजा है। गुलाम भारत में महात्मा गांधी के अंहिसक आंदोलन के [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंती पर विशेष: हर तरह का पाखंड बना देवताले की कलम का निशाना

हिंदी साहित्य में साठ के दशक में नई कविता का जो आंदोलन चला, चंद्रकांत देवताले इस आंदोलन के एक प्रमुख कवि थे। गजानन माधव मुक्तिबोध, [more…]

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संस्कृति-समाज

जयंतीः किसान आंदोलन से देश निर्माण की बड़ी भूमिका तक पहुंचे थे सरदार पटेल

आज हम जिस भारत को देखते हैं, उसका तसव्वुर शायद ही सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम के बिना पूरा हो। सरदार पटेल ही वे [more…]