झारखंड सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ ‘झारखंड पुनरुत्थान अभियान’ का गठन

झारखंड बनने के बाद झारखंडियों का पारंपरिक, सामाजिक, रूढ़ि या प्रथा, जल, जंगल, जमीन, भाषा  संस्कृति, खनिज, नौकरी, ठेकेदारी, शिक्षा…