Thursday, September 21, 2023

Journalism in these days

पत्रकारिता की मूंछ और सत्ता की पूंछ

करीब पच्चीस-तीस साल की पत्रकारिता से गुजरने के बाद मैंने पाया कि सन् 2014 यानी भाजपा नीत राजग के सत्तारोहण के बाद सब कुछ विध्वंसात्मक और अपमानजनक ढंग से बदल गया। सबसे पहले चैनलों ने घुटने टेके सत्ता के...

सत्ता और संपत्ति के भार से डगमग पत्रकारिता

हिन्दुस्तानियों के हित हेतु तथा उन्हें परावलंबन से मुक्ति दिलाकर स्वतंत्र दृष्टि प्रदान करने के निमित्त 30 मई 1826 को कलकत्ते के कोलू टोला नामक मुहल्ले के 37 नंबर आमड़ातल्ला गली के पते से युगल किशोर शुक्ल ने हिन्दी...

पत्रकारिता का ‘मूत्र-काल’ और चिंताएं

एक माफिया अतीक अहमद के टीवी कवरेज के बारे में सुना तो आज कुछ पोस्ट्स बहुत तकलीफ के साथ लिखा । ऐसी भाषा लिखना, जिसके पक्षधर आप खुद भी न हों, बहुत तकलीफ देता है। क्योंकि यह सब सस्ते कटाक्ष...

Latest News

उत्तराखंड: अंकिता को इंसाफ के लिए महिला कांग्रेस का प्रदर्शन, विरोध में महिलाओं ने मुंडवाए सिर

देहरादून। एक साल पहले ऋषिकेश के पास गंगा भोगपुर में बीजेपी नेता के बेटे के रिजॉर्ट में हुई अंकिता...