ढाई आखर प्रेम की यात्रा: श्रम और आंदोलन के बीच प्रेम और इंसानियत के गीत
प्रेमचंद ने प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना के वक़्त 1936 में लेखकों को एक ज़िम्मेदारी देते हुए कहा था कि हमें हुस्न का मेयार बदलना [more…]
प्रेमचंद ने प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना के वक़्त 1936 में लेखकों को एक ज़िम्मेदारी देते हुए कहा था कि हमें हुस्न का मेयार बदलना [more…]
‘जो कोई भी कठिन श्रम से कोई चीज़ पैदा करता है, उसे यह बताने के लिए किसी खुदाई पैगाम की जरुरत नहीं कि पैदा की [more…]
देश के तमाम क्षेत्रों के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी शनिवार पांच सितंबर को प्रदर्शन हुए। राजनांदगांव, धमतरी, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, सरगुजा, बलरामपुर, रायपुर, रायगढ़, [more…]
भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) ने देश को कई शानदार कलाकार, गीतकार और निर्देशक दिए। शैलेंद्र भी ऐसे ही एक गीतकार हैं, जिनकी पैदाइश इप्टा [more…]
कर्ज मुक्ति दिवस के तहत पूरे देश में आज गुरुवार को लाखों महिलाएं सड़कों पर उतरीं। उन्होंने आवाज बुलंद की कि सरकार देश के खजाने [more…]
देश के तमाम हिस्सों में किसान, मजदूर और कर्मचारी देश बचाने के लिए सड़कों पर उतरे। किसान-मजदूर विरोधी कानून, देश को कार्पोरेट के हवाले करने [more…]
पटना। प्रधानमंत्री के अचानक घोषित लॉक डाउन के कारण बिहार के मजदूर जगह-जगह फंस गए हैं। केरल के त्रिसूर में पश्चिम चंपारण के 50 मजदूर [more…]
पंजाब को हमेशा से कृषि प्रधान सूबा कहा-माना जाता है। यहां के किसानों और किसानी से जुड़े कामगरों को सदियों से अन्नदाता का खिताब हासिल [more…]