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संस्कृति-समाज

स्मृतिशेष : अमरीक तुम देश छोड़ने को कह रहे थे, दोस्त ! ये क्या किया, तुमने तो दुनिया ही…

जनपक्षधर, जुझारू जर्नलिस्ट और हिंदी-उर्दू-पंजाबी अदब के शैदाई अमरीक अब इस दुनिया में नहीं रहे। बीते शनिवार यानी 5 अक्टूबर को देर रात उन्होंने पटियाला [more…]