Thursday, March 30, 2023

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उत्तराखण्ड: जहां शराब के बिना न राज्य चलता है और न राजनीति

कभी कहा जाता था कि ‘‘सूरज अस्त और पहाड़ मस्त’’’ लेकिन अब जमाना ऐसा बदला कि ‘‘सूरत उगते ही पहाड़ मस्त होने लगता है और सूरज अस्त होने तक शराबी पस्त हो जाते हैं और उनके परिजन त्रस्त हो...

बिहार: शराबबंदी की आड़ में तेजी से बढ़ रही है गांजे और चरस की खपत

किशनगंज। किशनगंज जिला के ठाकुरगंज प्रखंड के कनकपुर के रहने वाले कन्हैया किशनगंज नशा मुक्ति केंद्र में लगभग 1 साल से इलाज करा रहे हैं। वह पहले शराब का सेवन करते थे। शराबबंदी के बाद उन्होंने गांजा का सहारा...

संस्थागत हत्या हैं बिहार में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौतें : तेजस्वी यादव

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले तीन दिनों में प्रदेश में शराब से हुयी हत्याओं को संस्थागत हत्या बताया है। उन्होंने कहा है, "विगत 3 दिनों में शराब माफिया संग मिल बिहार सरकार द्वारा आपूर्ति की गयी...

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गौतम भाटिया का लेख:राजनीतिक लड़ाई का हथियार बन रही है, कानूनी जंग 

लॉफेयर(Lawfare) शब्द दो शब्दों को मिलाकर बना है। लॉ और वॉरफेयर। इसके मायने हैं अपने विपक्षी को डराने, नुकसान...