स्मृति दिवस विशेष: फ़िक्र तौंसवी का लेखन, एक बेहतर समाज बनाने की फ़िक्र से निकला है
आम धारणा यह है कि उर्दू ज़बान मुसलमानों की भाषा है और यह ज़बान कहीं और से हिंदुस्तान आई है। जबकि इस बात में ज़रा-सी [more…]
आम धारणा यह है कि उर्दू ज़बान मुसलमानों की भाषा है और यह ज़बान कहीं और से हिंदुस्तान आई है। जबकि इस बात में ज़रा-सी [more…]
आज से लगभग 28 वर्ष पहले हम अपने ( मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र) गांव वाले घर के सामने खड़े थे कि अचानक एक मोटरकार आ कर [more…]
(तरक़्क़ीपसंद अदीब और जर्नलिस्ट हमीद अख़्तर (जन्म : 12 मार्च 1923, निधन : 17 अक्टूबर 2011), तरक़्क़ीपसंद तहरीक के उरूज के ज़माने से फ़ैज़ अहमद [more…]
दोस्तों, मैं तक़रीबन दो साल से बीमारी के मुख़्तलिफ़ मदारिज (पड़ाव) तय कर रहा हूं। अब पिछली सी शिद्दत मेरी बीमारी में बाक़ी नहीं है। [more…]
पं. जवाहरलाल नेहरू की यादों के साथ इधर एक बडी विडम्बना जुड़ गई है। जब भी उनकी बात चलती है, उनके बडे योगदानों, बड़ी उपलब्धियों [more…]
मिर्ज़ा ग़ालिब उर्दू के अज़ीम शायर हैं। वे जितने उर्दू ज़बान में मक़बूल हैं, उतने ही उन्हें हिंदी में चाहने वाले हैं। उनकी शायरी हिंदुस्तानी [more…]