पुण्यतिथि विशेष: क्या नेहरू ने स्वयं को कभी अजैविक और ईश्वर दूत कहा था?
“सभ्यता का क्षय बाहरी आक्रमण के बनिस्पत उसकी आंतरिक विफलताओं से अधिक होता है।” (डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया, पृ. 284) “मैंने स्वतंत्रता का विश्लेषण किया और हमारे [more…]
“सभ्यता का क्षय बाहरी आक्रमण के बनिस्पत उसकी आंतरिक विफलताओं से अधिक होता है।” (डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया, पृ. 284) “मैंने स्वतंत्रता का विश्लेषण किया और हमारे [more…]