Tag: musahar
ग्राउंड रिपोर्ट: डबल इंजन की सरकार में विकास से छिटके बनारस के मुसहर, बदहाली और उपेक्षा में गुजार रहे जीवन
वाराणसी। बेकल उत्साही का एक शेर है… ‘बीच सड़क इक लाश पड़ी थी और ये लिक्खा था भूक में ज़हरीली रोटी भी मीठी लगती है ।’ [more…]
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