नामों की राजनीति
इधर दशकों से शातिर राजनीतिक नेतृत्व द्वारा नामों और प्रतीकों की राजनीति जिस अंदाज में की जा रही है, वह चिताएं बढ़ाने वाली हैं। कहने [more…]
इधर दशकों से शातिर राजनीतिक नेतृत्व द्वारा नामों और प्रतीकों की राजनीति जिस अंदाज में की जा रही है, वह चिताएं बढ़ाने वाली हैं। कहने [more…]
नई दिल्ली। एनसीईआरटी ने योगेन्द्र यादव के अनुरोध को स्वीकरते हुए राजनीति विज्ञान की पाठ्य पुस्तकों से उनका नाम हटा दिया है। योगेन्द्र यादव और [more…]
1977 में हम इलाहाबाद आए। तब से लेकर आज तक इलाहाबाद में बहुत बदलाव देखे। तब यह शहर फल, फूल और बगीचों का शहर था। [more…]
भारत सरकार आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश में साल भर के लिए आजादी का अमृतमहोत्सव मना रही है। जगह-जगह लाखों रूपये [more…]
पिछली 15 जून को सीआरपीएफ के जवानों ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के खूंटपानी प्रखंड अंतर्गत चिरियाबेड़ा (अंजेडबेड़ा) गाँव के लगभग 20 लोगों को पीटा था, [more…]
इलाहाबाद हाईकोर्ट के कॉलेजियम ने पिछले दिनों 31 नामों को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद एक बार फिर सिफारिशों में भाई भतीजावाद के साथ [more…]
आपके कागजों में दादा-दादी, नाना-नानी के नाम में थोड़ा सा अंतर या अलग नाम आपको यातनागृह में डाल देगा। रमुवा और रामू ही राम सिंह [more…]