महात्मा गांधी की हत्या के संदर्भ में उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थक और हिंदुत्वादी नेता अक्सर यह दलील देते रहते हैं कि गांधी जी ने भारत के बंटवारे को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, उनकी वजह से...
वाराणसी। विनोबा भावे एवं लोकनायक जय प्रकाश नारायण द्वारा 60 वर्ष पूर्व स्थापित सर्व सेवा संघ परिसर, राजघाट पर पुलिस-प्रशासन के कब्जे के विरोध में गांधीवादियों के नेतृत्व में वाराणसी की जनता सड़क पर उतर कर प्रतिरोध दर्ज करा...
हाल में (अप्रैल 2023) में एनसीईआरटी ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में से बहुत सी सामग्री हटाने का फैसला किया। हटाई गई सामग्री में मुगलकालीन इतिहास, गुजरात दंगे, वर्ण व्यवस्था के उदय के साथ-साथ गांधीजी की हत्या से संबंधित कुछ विवरण...
मैं उन जीवित लोगों में एक हूं, जो महात्मा गांधी के उन प्रार्थना सभाओं में शामिल थे, जो 1947-48 में उन्होंने नई दिल्ली के बिड़ला हाउस के लॉन में आयोजित की थीं। जिसे उस समय अल्बुकर्क रोड कहा जाता...
मोहनदास करमचन्द गांधी-किसी एक इंसान का नहीं, बल्कि एक ऐसे दूरदृष्टि सिद्धांत और जीवन शैली का नाम है, जिसमें सृष्टि हितैषी उप-सिद्धांत व व्यवहार खुद-ब-खुद निहित हैं। इस नाते ही मैं गांधी जी के जीवन को किसी एक इंसान...
अल्पसंख्यकों के बारे में गलतफहमियां फैलाना और उनके खिलाफ नफरत भड़काना साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद का पुराना और आजमाया हुआ हथियार है। हमारे देश में यह प्रक्रिया लम्बे समय से जारी है। हाल में साम्प्रदायिक राष्ट्रवादियों के हाथों में एक नया...
गांधी अपने समय से हमारे समय तक के सबसे चर्चित नाम है। गांधी इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि महात्मा गांधी के अतिरिक्त एक पक्ष वकालत की डिग्री लिए हुए वकील मोहनदास करमचंद गांधी भी का है। जो व्यक्ति के...
कुछ पुस्तकें ऐसी होती हैं जो विमर्श और सोच-समझ के नए आयाम प्रस्तुत करती हैं और बदलाव की वाहक बनती हैं। बदलाव लाने की यह शक्ति उन पुस्तकों में भी होती है जो कुछ नया तो नहीं प्रस्तुत करतीं...
अपने वृहद उपन्यास 'पहला गिरमिटिया' के जरिए महात्मा गांधी के 'महात्मा' होने से पहले की जीवन प्रक्रिया के अनगिनत अनछुए पहलू विस्तार से व्याख्ति करने वाले गिरिराज किशोर उस वक्त विदा हुए हैं जब एक विचारधारा विशेष से वाबस्ता...