Sunday, March 26, 2023

Nirmala Sitharaman

बजट में हरित मंत्र का जाप, असल मुद्दों की उपेक्षा

इस वर्ष का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ग्रीन शब्द का उल्लेख दो दर्जन बार किया। अनेक क्षेत्रों और गतिविधियों के साथ विशेषण के तौर पर इस शब्द का उल्लेख किया गया जिसमें ऊर्जा, कृषि,...

आखिर क्या है पश्चिम बंगाल की मनरेगा महिला मजदूरों की समस्या, जो उन्हें जंतर-मंतर तक खींच लाई

नई दिल्ली। पहली फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अमृतकाल का आम बजट पेश किया। इस साल पेश किए गए बजट में मनरेगा योजना में भारी कटौती की गई है। मनरेगा के लिए जीडीपी का मात्र 0.198% (60 हजार...

हालात से बेखबर बजट, मध्यम वर्ग को किया गुमराह  

बजट सत्र का पहला भाग सोमवार को समाप्त हो गया। दूसरा सत्र 13 मार्च से शुरू होगा। बजट पेश होने के दो सप्ताह बाद भी बजट पर चर्चाओं का दौर चल रहा है। केंद्रीय बजट अब एक वित्तीय वर्ष...

मेहनती लोगों के दुःख दर्द से दूर धन्ना सेठों को खुश करता बजट

किसी भी देश का बजट आने वाले साल के सरकारी आमदनी और खर्चे का एक आकलन होता है और सरकारी मंशाओं का एक ब्यौरा। दिमागी गुलाम या मूर्खों की बात छोड़ दी जाये तो समाज का हर तबका स्वाभाविक...

राजनीतिक अर्थशास्त्र के आईने में भारतीय अर्थव्यवस्था का संकट

भारत की अर्थव्यवस्था जिस हालात में पहुंच चुकी है, उसे अब कई सारे नाम दिये जा रहे हैं। लेकिन, इस बात से अर्थव्यवस्था की राजनीति पर कोई फर्क पड़ता दिख नहीं रहा है। इसे आप याराना पूंजीवाद कहिए या...

पर्यावरण: बजट में टिकाऊ विकास के लिए जुबानी भुगतान

“भारत को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा खतरा है जलवायु परिवर्तन”-यह बात भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए संसद में कही। उनके भाषण और बजट के दस्तावेज में टिकाऊ विकास का जिक्र हुआ, जिससे...

क्या यह हमारे देश का ही शिक्षा बजट है?

मीडिया वित्त मंत्री द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बजट में बढोत्तरी को लेकर उनके प्रशस्ति गान में लगा हुआ हो, तब आंकड़ों की दुनिया की अजब-गजब संभावनाओं पर चर्चा करने को जी करता है। आंकड़ों की अलग-अलग प्रकार से...

आम बजट (2022-23):फॉर ऑफ एंड बाई द कॉर्पोरेट्स  

मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को वित्त-वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश किया। भारतीय संविधान के अनुसार भारत को एक कल्याणकारी राज्य होना था। इसका मतलब यह हुआ कि देश का बजट भी अंतिम पायदान पर खडे़ लोगों...

क्यों 2022-23 का बजट देश की आर्थिक चुनौतियों का समाधान कर पाने में नाकामयाब है?

वित्तीय वर्ष, 2022 - 23 का बजट लोकसभा में पेश किया जा चुका है और उस पर चर्चा भी सदन में जारी है। हर बजट के समय, सरकार देश की आर्थिकी के संबंध में देश के समक्ष जो चुनौतियां...

बजट 2022:  ग्रामीण मजदूरों, किसानों और कृषक समाज की  घोर बेकदरी

किसानों, श्रमिकों, कर्मचारियों, नौजवानों एवं गृहणियों के लिए इस साल के बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे लगे कि सरकार उनके बारे में कुछ भी सोच रही है, वे भी इसी देश के वासी हैं और यह...

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बीजेपी को राहुलफोबिया हो गया है!

बीजेपी को राहुलफोबिया हो गया है। और यह बात बीजेपी से ज्यादा संघ के लिए सच है। बीजेपी-संघ बहुत...