जन्मदिन पर विशेष: समता मूलक समाज की अलख जगाने कई बार उत्तर प्रदेश पहुंचे थे पेरियार

उपलब्ध विवरण के अनुसार रामासामी ई वी नायकर पेरियार उत्तर प्रदेश में 1944, 1959 तथा 1968 में आए थे। 1944…

सनातन धर्म का कोढ़ है जाति प्रथा

हिन्दू धर्म का कोई पैगम्बर नहीं है और ना ही उसकी कोई एक किताब है। यहां तक कि ‘हिन्दू’ शब्द…

दलित लेखन : इतिहास की पुनर्व्याख्या

भारतीय समाज आदिकाल से ही वर्ण व्यवस्था द्वारा नियंत्रित रहा है। ऐसा माना जाता है कि जो वर्ण व्यवस्था प्रारंभ…