कोरोना की दूसरी लहर के दौरान, जिस अभूतपूर्व त्रासदी के दौर को हम सबने भोगा है और अब भी भोग रहे हैं, वह बेहद तकलीफदेह है। कुछ लोगों के अनुसार, वह सौ साल पहले आये प्लेग की तरह भयावह...
कोरोना महामारी के दौरान जातिवादी छुआछूत और सांप्रदायिक बुराइयों के वापस आने का खतरा है। तबलीगी जमात का मामला तो राजनीतिक संरक्षण में उछल गया लेकिन यह कहने वालों की कमी नहीं है कि पिछली सदी की छुआछूत की...
सरदार वल्लभभाई पटेल को यूं ही नहीं लौह पुरुष कहा जाता। आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में है तो उनके जीवन के दो प्रसंग आंखों के सामने कौंध जाते हैं जब उन्होंने प्लेग जैसी महामारी का...
सन 1904 में दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहानसबर्ग से सात मील पूरब कुली बस्ती यानी हिंदुस्तानियों की आबादी में प्लेग फैला था। जोहानसबर्ग की म्युनिस्पलिटी ने इस बस्ती को इसलिए उपेक्षित कर रखा था ताकि यह तबाह हो जाए...