क्या समाज शिक्षा और शिक्षक को लेकर गंभीर है?

हर व्यक्ति अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए बेहतर उच्च शैक्षणिक संस्थानों की खोज करता है और उन्हें वहाँ…

अपनी प्रासंगिकता को लेकर भ्रम का शिकार भारत: प्रताप भानु मेहता

2016 में नोटबंदी के बाद से ही भारत की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी चुकी थी। उसके बाद जीएसटी शासन…

प्रताप भानु मेहता का लेख: घुटन भरी छाया हट गई है, संतुलन बहाल हो गया है

2024 का आम चुनाव एक अद्भुत क्षण है। निराशा का माहौल, अधिनायकवाद की दमघोंटू छाया और सांप्रदायिकता की घिनौनी हवाएं,…

2019 के चुनावों में ‘हेरफेर’ पर प्रोफेसर ने लिखा रिसर्च पेपर, भाजपा के दबाव में अशोका विश्वविद्यालय ने लिया इस्तीफा

नई दिल्ली। अशोका यूनिवर्सिटी में इस समय हलचल है। अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर सब्यसाची दास ने इस्तीफा देकर इस…

प्रताप भानु मेहता का लेख: क्या भारत भाजपा की निरंकुशता का प्रतिरोध कर पाएगा?

भारत का राजनीतिक सिस्टम निरंकुशता की ओर घूम रहा है। विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जाना, बलपूर्वक राहुल गांधी को…

मोदी विरोध और मोदी समर्थन की एक जैसी दुत्कार!

कॉर्पोरेट खेमे के प्रखर पब्लिक इंटेलेक्चुअल प्रताप भानु मेहता की अशोका यूनिवर्सिटी से मोदी के इशारे पर हुई छुट्टी को…