अधूरा सच, सफेद झूठ, परनिंदा, नए-नए शिगूफे, धार्मिक और सांप्रदायिक प्रतीकों का इस्तेमाल और आत्म प्रशंसा! यही पांच प्रमुख तत्व होते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में। मौका चाहे देश में हो या विदेश में, संसद में हो...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए, हमेशा की तरह जनता का उत्साहवर्धन करने वाला भाषण दिया, कि जैसे स्थिति नियंत्रण में है सब व्यस्थित है, जबकि स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत...