Sunday, October 1, 2023

repression

उत्पीड़न देखकर डरने लगे हैं पत्रकारिता के पेशे में आने के इच्छुक छात्र

इंडिया प्रेस फ्रीडम रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2021 में कुल छह पत्रकारों की हत्या हुई, 108 पत्रकारों के ऊपर हमले हुए, तो वहीं 13 मीडिया घरानों को तरह-तरह से टारगेट किया गया। पत्रकारों के ऊपर लगातार हुए हमलों से...

दमन और गिरफ्तारियों के बीच अग्निपथ योजना के खिलाफ किसानों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन

नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अग्निपथ योजना के खिलाफ 24 जून को देश भर में विरोध-प्रदर्शन हुए। जगह-जगह हुए प्रदर्शनों के दौरान किसानों ने इसे “राष्ट्रविरोधी, सेना विरोधी, किसान-विरोधी” करार दिया। इस बीच अग्निपथ योजना के...

योगी सरकार के नए बिल सूबे को पुलिस स्टेट में बदलने की कवायदः रिहाई मंच

लखनऊ। रिहाई मंच ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधान सभा से पारित करवाए गए उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक और सम्पत्ति विरूपण निवारण विधेयक 2021 को लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध और दमनकारी बताया है। रिहाई मंच के महासचिव...

बीजेपी की सत्ता में जिंदा रहना ही विकास!

दुनिया के कई देश गृहयुद्ध की भयावहता को झेल चुके हैं और आज भी उस परिस्थिति से गुजर रहे हैं, जिसमें रवांडा, मिस्र, लीबिया, युगांडा, अफगानिस्तान, ईरान, इराक समेत और भी बहुत सारे देशों को देखा जा सकता है।...

किसानों का दमन नहीं हो सकता आंतरिक मामला

जन सरोकारों, नागरिक अधिकारों, मौलिक अधिकारों और सम्मान से जीने के अधिकारों को किसी राज्य या देश की सीमा में बांट कर नहीं रखा जा सकता है। आज किसान आंदोलन भी सम्मानपूर्वक जीने और अपनी कृषि संस्कृति को बचाने...

भीमा कोरेगांव, दिल्ली दंगा और सीएए के प्रतिवाद में शामिल आंदोलनकारियों के दमन के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग

भीमा कोरेगांव, दिल्ली दंगा और सीएए-एनआरसी के प्रतिवाद में शामिल आंदोलनकारियों पर केंद्र सरकार की तरफ से चलाए जा रहे दमन के खिलाफ एक सप्ताह के विरोध कार्यक्रमों के पहले दिन प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश...

CAAJ की रिपोर्ट : पिछले ढाई महीने में अकेले दिल्ली में तीन दर्जन पत्रकार हुए हमले का शिकार

नयी दिल्ली। प्रेस की आज़ादी के मामले में देश की राजधानी में हालात इमरजेंसी के दिनों से भी बदतर हो चुके हैं। पिछले ढाई महीने में अकेले दिल्ली में करीब तीन दर्जन पत्रकारों पर हमले हुए हैं। इनमें ज्यादातर...

“लौटें भी तो कैसे? कोई सुरक्षा नहीं, पुलिस का कोई सहारा नहीं”

गोकुलपुरी (नई दिल्ली)। गोकुलपुरी दिल्ली दंगे के उन प्रभावित इलाकों में से एक है जहां सबसे ज्यादा तबाही हुई है । इसके पीछे एक वजह यह है कि यह इलाका बिल्कुल सीमा पर स्थित है। लोनी इससे बिल्कुल सटा...

यह लड़ाई फासीवादी सरकार के विरुद्ध लोकतंत्र की है

फासीवादी सरकार, लोकतंत्र, विरोध प्रदर्शन, नागरिकता कानून, दमन, आंदोलन, सीएए, एनआरसी, एनआरपी, सेंट स्टीफेंस कॉलेज दिल्ली, नागरिक समाज, हिंदुत्व का राष्ट्रवाद, सावरकर, Idea of India, भारतीय संविधान, हम भारत के लोग, नागरिकता संशोधन कानून और नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ...

जेएनयूः जिंदा रहने के लिए है यह लड़ाई

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली (जेएनयू) के छात्रों की मुक्तिगामी आवाज और तानाशाही सत्ता का दमन जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर अपना खून दबी-कुचली आवाम की शिक्षा के लिए बहा रहे...

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गांधी जयंती के दिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ‘भरोसा यात्रा’, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत सभी सहयोगी लेंगे हिस्सा

नई दिल्ली। 2 अक्टूबर गांधी जयंती यानि कल छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में...