17 जून, 2025 को देश के सारे वामपंथी दलों ने फिलिस्तीन के साथ एकजुटता कर राष्ट्रीय दिवस मनाया। मानवता के…
ढहते खेमे के साथ जुड़े रहने का फायदा क्या!
कनाडा में 15 से 17 जून तक तक होने वाली ग्रुप-7 की शिखर बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को…
यूरोप की रूस विरोधी आक्रामकता की पहेली
रूस के खिलाफ यूरोप की युद्ध की भावना, जो उदार वादी और धुर दक्षिणपंथी तबकों में सर्वाधिक है, वह ट्रंप…
भारत के बरक्स है अमेरिका का लुटेरा नज़रिया!
भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिकी दल भारत दौरे पर है।…
रूस-यूक्रेन शांति वार्ता से ठीक पहले रूस पर बड़े पैमाने पर ड्रोन अटैक के मायने
इस्तांबुल शांति वार्ता से ठीक एक दिन पहले यूक्रेन की ओर से रूस के आंतरिक क्षेत्रों में सैन्य हवाई अड्डों…
क्या पाकिस्तान की मदद के लिए चीन ही नहीं अमेरिका और रूस भी आगे आ रहे हैं?
मोदी सरकार जहां ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भुनाने के लिए देश के कोने-कोने में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली,…
अमेरिकी साम्राज्यवाद को आर्थिक जवाब
अमेरिकी नेतृत्व में साम्राज्यवादी देश, ऐसे तमाम देशों पर एकतरफा प्रतिबंध लगाते रहे हैं, जो उनके आदेश निर्देश को मानने…
सबसे जुड़ना.. यानी सबको खो देना!
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने तीन मई को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से फोन पर बातचीत के दौरान…
बदलते वैश्विक परिदृश्य में आज भारत किस राह पर है?
आतंकवाद का अमानवीय चेहरा और युद्ध की चीख-पुकार – पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों के कायराना हमले में 26…
अमेरिका जैसे ढहते साम्राज्य से क्या मिलेगा भारत को?
इस वर्ष नौ मई को नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 80वीं सालगिरह है। ये वो दिन है,…