टुंडी (धनबाद)। ‘‘शीला दीदी बहुत ही अच्छी हैं, वे हमेशा हम गरीबों व महिलाओं के हित की बात करती थीं। वे बच्चों व युवाओं को पढ़ाई के लिए प्रेरित करती थीं। वे हमेशा कहती थीं कि बिना लड़े आपको...
भले ही 'हूल दिवस' (संताल दिवस) को बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक स्तर पर याद किया जाता हो, लेकिन झारखंड के आम आदिवासी हूल दिवस के औपचारिक ज्ञान से भी दूर हैं। मैंने लगभग 50 आम आदिवासियों से यह...
झारखंड के विद्यालयों में वर्ष 2021 की अवकाश तालिका में संथाल आदिवासियों के पर्व के अवकाश में कटौती को लेकर संथाल परगना में व्यापक आक्रोश देखा जा रहा है। आज 17 जनवरी, 2021 को दुमका जिला में दो जगहों...
कहना ना होगा कि भारत के इतिहास में 30 जून 1855 को प्रारंभ हुआ 'संथाल हुल' भारत में प्रथम सशस्त्र जनसंघर्ष था। जिसे मार्क्सवादी दर्शन के प्रणेता कार्ल मार्क्स ने भी अपनी पुस्तक 'नोट्स ऑफ इण्डियन हिस्ट्री' में इस...
30 जून, 2020 को संथाल हूल (विद्रोह) की 165 वीं वर्षगांठ है, लेकिन ‘हूल’ के नायक-नायिकाओं सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो के वंशजों ने देशवासियों से अपील की है कि वे इस बार ‘हूल दिवस’ नहीं मनाएं। ‘हूल’ के नायक-नायिकाओं की...