युवाल नोह हरारी की बहु-प्रचारित किताब `सेपियंस` पढ़कर एक टिप्पणी।
“मध्य युग के कुलीन सोने और रेशम के रंग-बिरंगे लबादे पहनते थे और अपना ज़्यादातर समय दावतों, जश्नों और भव्य टूर्नामेंटों में बिताया करते थे। उनकी तुलना में आधुनिक युग...
अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं हम ‘होमो सेपियन्स’ अपनी तमाम असहमतियों के साथ युवाल नोआ हरारी के दिलचस्प ऐतिहासिक किस्सों में लपेट कर परोसे गए जीव विज्ञान से जुड़े रोमांचक आख्यानों का पूरा आनंद ले रहे थे और...