जन्मदिवस विशेष : क्यों जरूरी है ज्योतिबा फुले को याद करना
आज के समय में जातिगत जनगणना और “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” जैसे विषय राजनीति के ज्वलंत मुद्दे हैं। ध्यान दिला दें कि [more…]
आज के समय में जातिगत जनगणना और “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” जैसे विषय राजनीति के ज्वलंत मुद्दे हैं। ध्यान दिला दें कि [more…]
शिक्षा मनुष्य में ऐसे गुणों का विकास करे जो उसे बेहतर इंसान बनाए। देश का बेहतरीन नागरिक बनाए। एक ऐसा नागरिक जो अपने संवैधानिक अधिकारों [more…]
वाराणसी/जौनपुर। भारत देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के विचारों की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। सावित्रीबाई फुले ने समाज और खासकर महिलाओं [more…]
आज जब लोकतंत्र पर अघोषित तानाशाही हावी होती जा रही है और संवैधानिक मूल्यों की उपेक्षा की जा रही है तथा महिलाओं खास कर दलित [more…]