Tuesday, April 16, 2024

Science

हमारे दौर के लिए एक विलाप

जिस तरह से एम्बुलेंस के साइरन ट्रैफिक के बीच से रास्ता बनाने के लिए चीख रहे हैं, हमें भी अब उन बहुत से नुकसानों और अपने सामूहिक दुख पर विलाप करने की जरूरत है जो घातक कोविड महामारी से...

मोदी-विज्ञानः अज्ञान या फरेब?

आक्सीजन, पानी और एनर्जी देने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काल्पनिक टरबाइन सोशल मीडिया पर कई दिनों तक छाया रहा। देश और दुनिया में लोगोें को यह मजाक काफी पसंद आया। मोदी जी भी इस पर बात करते वक्त...

नयी शिक्षा नीतिः पिछड़े चिंतन के नेता कैसे तैयार करेंगे नई सोच के नौजवान!

शिक्षा एक धारदार चाक़ू की तरह है। अगर आपको सही शिक्षक जीवन में सही समय पर मिल जाए तो जीवन काफ़ी आसान हो जाता है, लेकिन अगर ग़लत जानकारी देने वाला शिक्षक आपको मिल जाए तो आपका बना बनाया...

चीन में कोरोना के टीके लगने शुरू

चीन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र के प्रमुख झेंग झोंगवेई (Zheng Zhongwei) ने 23 अगस्त रविवार को राज्य के मीडिया संगठन सीसीटीवी को बताया कि सरकार ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और सीमा अधिकारियों सहित श्रमिकों के...

टोना-टोटका और अंधविश्वास नहीं वैज्ञानिक प्रामाणिकता है बीमारियों के इलाज का पैमाना

1991 के बसंत में कनाडा की मैकमास्टर युनिवर्सिटी के डाक्टर जार्डन गुयात ने ‘साक्ष्य आधारित चिकित्सा’ (एविडेंस बेस्ड मेडिसिन) पारिभाषिक पद गढ़ा था। सरल शब्दों में इसका अर्थ होता है- मरीजों के इलाज के बारे में उस समय तक...

कोविड 19, विज्ञान की अमूर्त दुनिया और विवेक

काेविड-19 से संबंधित तथ्यों को लेकर, जिस प्रकार के असमंजस की स्थिति है, उससे हममें से कई किंकर्तव्यविमूढ़ हैं। अनेक लोगों को मीडिया और अपनी सरकारों और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे संगठनों के माध्यम से प्रचारित करवाए जा रहे...

विशेष लेख: विज्ञान और विशेषज्ञता के आतंक के दौर में बुद्धिजीवियों की ज़िम्मेदारी

इस लेख के अंत में हम न्यूर्याक टाइम्स के संवाददाता रहे एलेक्स बेरेनसन की किताब“कोविड- 19 और लॉकडाउनों से संबंधित अनकही सच्चाइयां” के एक अंश को देखेंगे। बेरेनसन ने विभिन्न सरकारों और स्वास्थ्य-संस्थाओं द्वारा जारी उन तथ्यों को रखा...

विज्ञान का वसुधैव कुटुंबकम

कहा जाता है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है। इसी सूत्र को थोड़ा बढ़ाकर कहा जाए तो कहना पड़ेगा कि वैश्विक आपदा या महामारी वसुधैव कुटुंबकम की वजह बन रही है। कोरोना काल में वसुधैव कुटुंबकम की भावना को...

महामारी में विज्ञान और धर्म

कोरोना महामारी के दौर में तबलीगी जमात की नामसझ गतिविधियों ने अपना और देश-दुनिया का जो नुकसान किया है उससे यह बात उजागर हो रही है कि धर्म का कट्टर और संगठित रूप मानवता के लिए कितना घातक है।...

‘कोरोना चुड़ैल’ और ‘कोरोनासुर’ के बहाने अपनी नाकामी को छुपाने और विज्ञान विरोधी मान्यताओं को स्थापित करने में जुटी है सरकार

पिछले वर्ष यानि 2019 में देशवासियों के सामने से एक खबर होकर गुजरी जिस पर हर बुद्धिजीवी ने अपना सिर पीटा था। ख़बर थी- बीएचयू में भूत विद्या और तंत्र-मंत्र का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाएगा।   https://youtu.be/ia9cYmprrrU वहीं साल 2017 में...

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चंद्रशेखर आजाद: हिंदी पट्टी में एकमात्र मुखर आंबेडकरवादी राजनीतिक स्वर संसद में गूंजना ही चाहिए

19 अप्रैल को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र में मतदान है। यहां आजाद समाज पार्टी...