क्या ऐसा हो सकता है कि पांच अगस्त, 2020 का दिन वास्तव में वह नहीं है जो इसे समझा जा रहा हो? क्या शर्म लंगड़ाते हुए शोभा की चोटी तक पहुंच गई हो?5 अगस्त, 2019, एक साल पहले कड़े...
मेरे लिए 5 अगस्त राष्ट्रीय शर्म और शोक का दिवस है। वैसे तो किसी भी लोकतांत्रिक एवं आधुनिक मानस के व्यक्ति के लिए यह राष्ट्रीय शर्म एवं शोक का दिवस होना चाहिए।
क्योंकि यह वह दिन है, जब भारतीय संविधान...
(मशहूर लेखक और बुद्धिजीवी आनंद तेलतुंबडे कल यानी 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती के दिन मुंबई में अपनी गिरफ़्तारी देंगे। ऐसा वह सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम ज़मानत याचिका ख़ारिज कर दी...