24 अगस्त को राजधानी दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आयोजित "किसान-मजदूर संयुक्त सम्मेलन" भारतीय लोकतंत्र की यात्रा के फासीवादी मंजिल में ऐतिहासिक कदम है। यह एकता सम्मेलन इस तथ्य को रेखांकित करता है कि पिछले 9 वर्षों से मोदी...
नई दिल्ली। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में गुरुवार को अखिल भारतीय किसान और मजदूर सम्मेलन हुआ। जिसमें देशभर के किसानों और मजदूर संगठनों के लोगों ने शिरकत की। सम्मेलन के आयोजन का उद्देश्य सरकार की किसान-मजदूर विरोधी और कारपोरेट...
केंद्र सरकार की ओर से पिछले सप्ताह खरीफ की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि की घोषणा की गई। इसके अंतर्गत पिछले साल की तुलना में खरीफ की फसल पर 5-10% की मूल्य वृद्धि की घोषणा...
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर में खाप पंचायतों के मुखिया और किसान संगठनों के नेताओं की बैठक चल रही है। बैठक में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के खाप पंचायतों के मुखिया शामिल हैं। खाप...
नई दिल्ली। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने समर्थन का ऐलान किया है। रविवार को धरना स्थल पर संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेताओं-कार्यकर्ताओं के अलावा 24 खापों...
नई दिल्ली। चुनाव से पहले किसान नेताओं ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने के लिए कमर कस ली है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसे देखते हुए किसान नेताओं ने...
20 मार्च को रामलीला मैदान में हुई किसान महापंचायत के बीच संयुक्त किसान मोर्चा के 15 सदस्यीय प्रतिनिधि-मण्डल की केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ बैठक हुई थी। बैठक के बाद किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दिया था, कि...
नई दिल्ली। राजधानी की सड़कों पर आज यानि सोमवार को एक बार फिर किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा। हरा, लाल और पीले झंडे लिए रेल, बस और ट्रैक्टर से आए हजारों किसानों का यह हुजूम दिल्ली के रामलीला मैदान...
हाल ही में परिकल्पना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित "स्मृतियों के आईने में अरुण कुमार पांडेय", हम सब से हमेशा के लिए विदा हो चुके वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडेय को श्रद्धांजलि है। इसका पहला भाग देश में चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन...
मोदी सरकार के आखिरी पूर्ण बजट ने किसानों की रही सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया है। किसानों के मन में अब रत्ती भर भी शक नहीं बचा कि यह एक धुर किसान-विरोधी, गांव-विरोधी, गरीब विरोधी सरकार है।
2024...