Friday, March 29, 2024

Social Justice Movement

दलित अधिकार और सामाजिक न्याय के लिए 4 दिसंबर को दिल्ली में 100 से ज्यादा संगठनों की रैली

हमारे देश में शोषण की व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हथियार है जाति व्यवस्था, जो शोषितों को अपने उत्थान के अवसरों तथा साधनों से महरूम कर देती है। सदियों की जाति व्यवस्था ने जहां शोषित जातियों को आर्थिक और सामाजिक...

मनुवादी-सांप्रदायिक-कॉरपोरेट फासीवाद से संघर्ष का एजेंडा

1- भारतीय समाज का वर्चस्वशाली समूह शुरू से ही जाति जनगणना के खिलाफ रहा है, वह जाति आधारित विषमता को बनाये रखना चाहता है। आज तक आजाद भारत की किसी भी सरकार ने जाति जनगणना नहीं कराई है। 1931...

‘निजीकरण है बहुजनों के खिलाफ’

शहीद जगदेव प्रसाद कुशवाहा के जन्म दिवस 2 फरवरी से जारी अभियान के क्रम में सभाएं जारी हैं। बिहपुर प्रखंड के बिक्रमपुर, मिल्की, कठौतिया, अरसंडी सहित कई गांवों में संवाद और सभा हुई। अरसंडी में पेरियार ललई सिंह यादव...

सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ और आरक्षण व संविधान बचाने के लिए 23 फरवरी को भारत बंद

सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ और सामाजिक न्याय के लिए तमाम बहुजन संगठनों और बहुजन समाज से सड़कों पर उतर कर बहुजनों (एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी) की एकजुटता को बुलंद करने की अपील जारी की गई है।...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...