31 जनवरी की रात तक सुभाष, मुहम्मद ज़ियाउद्दीन के भेष में काबुल पहुंच गए थे। पर यह भी उनकी मंज़िल नहीं थी, बल्कि एक पड़ाव था। 16/17 जनवरी की रात उन्होंने कलकत्ता छोड़ा था। नेताजी को गोमो स्टेशन पर...
नेताजी सुभाष, ने देश से स्वतः निर्वासित होकर, द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, आज़ाद हिंद फौज की कमान संभाली थी और अपनी तरह के एक अनोखे स्वाधीनता संग्राम का युद्ध छेड़ा था। यह सीरीज, नेताजी के कलकत्ता से, ब्रिटिश साम्राज्य...
पिछले साल कोलकाता में नेताजी की 125 वीं जयंती मनाई जा रही थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समारोह के मुख्य अतिथि थे। बंगाल ने यूँ तो देश को अनेक रत्न दिए हैं, पर नेताजी सुभाष बोस और रवींद्रनाथ...
सुभाष बाबू 1938 के कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद ही कांग्रेस में वैचारिक संघर्ष भी छिड़ गया था। वे 1921 से 1940 तक कांग्रेस में रहे। फिर उनका कांग्रेस से मोहभंग...
काबुलीवाला, कहानी पढ़ी थी। तब तक अफगानिस्तान या किसी और मुल्क की परिकल्पना दिमाग में नहीं थी। उस कहानी ने एक पिता की जो अपने मुल्क और परिवार से हजारों मील दूर था उसके दिल में अपनी बेटी के...
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती (23 जनवरी) के अवसर पर देश भर में अनेक आयोजन हुए। राष्ट्रपति भवन में उनके तैल चित्र का अनावरण किया गया। केंद्र सरकार ने घोषणा की कि नेताजी का जन्मदिन हर वर्ष 'पराक्रम...
आज ही के दिन 8 अगस्त 1942 को बम्बई के ग्वालिया टैंक मैदान जिसे अब अगस्त क्रांति मैदान कहा जाता है, में भारत छोड़ो आंदोलन की पूर्व संध्या पर गांधी जी ने एक ऐतिहासिक भाषण दिया था। जिसका टेक्स्ट...
आरएसएस/भाजपा शासक आजकल भारतीय स्वतंत्रा संग्राम के महानतम नेताओं में से एक शहीद नेताजी सुभाष चंद्र बोस से बहुत नज़दीकी जता रहे हैं। इस से ज़्यादा शर्मनाक हरकत कोई और नहीं हो सकती। आईए हम हिंदुत्व टोली के शर्मनाक...
आज़ादी के बाद के दशकों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक रूढ़ छवि गढ़ दी गई। एक सेनानायक की छवि। सैनिक वेश-भूषा में, बूट पहने, सावधान की मुद्रा में खड़े, सुभाष चंद्र बोस की छवि। यह छवि किसने...
सुभाष गाताडे की हाल ही में प्रकाशित पुस्तक 'मोदीनामा : हिंदुत्व का उन्माद' को पढ़ते हुए वर्तमान राजनीति की दिशा और दशा का बेहतरीन जायजा मिलता है। एक आम पाठक को किताब की सरल-प्रवाह युक्त भाषा, सहज तर्क प्रणाली...