मऊ। समाज में मौजूद आर्थिक और सामाजिक असमानता को दूर करने के लिए दलित, आदिवासी, अति पिछड़े वर्ग, पसमांदा मुसलमान…
मेरा गांव-मेरा देश: मध्ययुगीन मानसिकता व अधकचरा आधुनिकीकरण; दलित बस्तियां-दिल्ली और बसवा में!
स्मृतियों में गांव का निवास हमेशा ही रहा। कभी इसका विस्थापन नहीं हुआ। मेरा भौगोलिक विस्थापन ज़रूर हुआ था। पांचवें दशक…
तमिलनाडु में वामपंथी और लोकतांत्रिक ताकतों की दुविधा
तमिलनाडु में वामपंथी और लोकतांत्रिक ताकतें अब एक नाजुक राजनीतिक दुविधा का सामना कर रही हैं। एक ओर, राज्य में…
दलित स्त्री-3: स्त्रीवाद और दलित स्त्री/भ्रामक अवधारणा बनाम वास्तविक संघर्ष
1841 में भारत के वर्तमान महाराष्ट्र प्रांत में एक महार दलित परिवार में पैदा हुई मुक्ता साल्वे, जो जोतिबा फुले…