अपने घर को बचाने के लिए मजदूर परिवारों ने 30 तारीख को खोरी गांव के अम्बेडकर पार्क में मजदूर पंचायत…
सेहत के सजग प्रहरी विनय विश्वकर्मा
नौरोजाबाद जिला उमरिया, मप्र के रहने वाले विनय विश्वकर्मा जब बारहवीं में अपने गाँव में पढ़ रहे थे तो उन्होंने…
किसान आंदोलनः हिंदुत्व के महाख्वाब से बाहर आकर अपनी जड़ों की तरफ लौटने को तत्पर गांव
हां, दिल के करीब है खेती-किसानी। और, दिमाग के? ढेरों सवाल उमड़ पड़ते हैं। खेती करना घाटे का सौदा है;…
मुक्ति कामना का प्रतीक ‘द व्हाइट टाइगर’
एक सफेद शेर है जो पिंजरे में कैद है और उसकी बेचैनी, उसका गुस्सा और उसकी तड़प- सब एक तरफ…
1000 गांवों के 1300 ट्रैक्टरों में 30000 किसानों की नयी खेप पंजाब से दिल्ली की ओर
नई दिल्ली। सरकार को लग रहा है कि वह आंदोलन बदनाम करने और उसे कभी खालिस्तानी तो कभी माओवादियों द्वारा…
कल देश भर में फूंके जाएंगे मोदी-अडानी-अंबानी के पुतले
सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ते-लड़ते किसानों का सामना अब सीधे कारपोरेट से हो गया है। और किसानों को भी यह…
गांवों में प्रेमी युगलों को क्यों तलाशना चाहती है योगी सरकार?
नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं तो योगी सरकार ने गांवों में वोटों के ध्रुवीकरण के…
गांवों से शुरू हो गयी मजदूरों की वापसी, लेकिन काम का टोटा
महामारी के दौरान 3 करोड़ मजदूर गांव की तरफ निकल गये थे। सवाल है कि क्या वे शहर में काम…
हमारे बाप दादा पुश्तैनी जल, जंगल, जमीन बचाने के लिए लड़े थे! हम भी लड़ेंगे: बोध घाट परियोजना से प्रभावित एक आदिवासी
बस्तर। पिछले चार दशक से बंद पड़ी बोध घाट परियोजना का जिन्न फिर से बाहर निकल आया है। मुख्यमंत्री भूपेश…
तुलसीराम के जन्मदिन पर विशेष: ‘मुर्दहिया’ में भूख, ग़रीबी और अंधविश्वास के चित्र
भारतीय साहित्य में अपनी पहली ही कृति आत्मकथा ‘मुर्दहिया’ से तुलसीराम हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में कालजयी लेखकों की…