अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आयुधीकरण से बचाव का सवाल
लोकतंत्र चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाली व्यवस्था नहीं है। लेकिन लोकतांत्रिक राजनीति का चुनावी राजनीति में सिमटकर रह जाना लोकतंत्र को चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाला बना देता है। [more…]
लोकतंत्र चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाली व्यवस्था नहीं है। लेकिन लोकतांत्रिक राजनीति का चुनावी राजनीति में सिमटकर रह जाना लोकतंत्र को चुनाव-दर-चुनाव भटकने वाला बना देता है। [more…]