श्रीनगर के ईदगाह में गुरुवार को आतंकवादियों द्वारा सरकारी बॉयज स्कूल, संगम के दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आतंकियों ने आज सुबह क़रीब 11.15 बजे 2 स्कूल टीचरों को श्रीनगर के संगम ईदगाह में गोली मार दी। मरहूम शिक्षकों की पहचान अलोची बाग क्षेत्र निवासी सुपिन्दर कौर और जम्मू निवासी दीपक चंद के रूप में हुई है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने आतंकी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि – “नागरिकों को निशाना बनाने की ये हालिया घटनाएं यहां भय, सांप्रदायिक विद्वेष का माहौल बनाने के लिए हैं। यह स्थानीय लोकाचार और मूल्यों को निशाना बनाने और स्थानीय कश्मीरी मुसलमानों को बदनाम करने की साजिश है। यह पाक में एजेंसियों के निर्देश पर किया जा रहा है।”
बता दें कि ठीक दो दिन पहले मंगलवार 5 अक्टूबर को आतंकियों ने एक दवा विक्रेता माखन लाल बिंदरू की हत्या कर दी थी। माखन कश्मीरी पंडित थे और उन्हें आतंकियों ने कई बार कश्मीर छोड़ने की धमकी दी थी, लेकिन बिंदरू ने ऐसा नहीं किया और इसी खुन्नस में आतंकियों ने उनकी दुकान के बाहर उन्हें गोली मार दी।
वहीं श्रीनगर पुलिस ने सूचना दी है कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
कश्मीर में लगातार जारी आतंकी घटनाओं के बीच देश के तमाम लोग जो नोटबंदी और धारा 370 हटाने के सरकार के पक्ष में खड़े थे वही सवाल उठाने लगे हैं।
लोग पूछ रहे हैं नोटबंदी से आतंकियों की कमर तोड़ दिये थे मोदीजी, और धारा 370 को खत्म करने को जम्मू कश्मीर से आतंकवाद के खात्मे के तौर पर पेश किये थे फिर ये जो आतंकवादी घटनायें अंजाम दी जा रही हैं वो क्या हैं?
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके पूछा है कि – “कश्मीर में हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। आतंकवाद ना तो नोटबंदी से रुका और ना धारा 370 हटाने से। केंद्र सरकार सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है। हमारे कश्मीरी भाई-बहनों पर हो रहे इन हमलों की हम कड़ी निंदा करते हैं व मृतकों के परिवारों को शोक संवेदनाएं भेजते हैं।”
जम्मू कश्मीर में दो दिन में तीन आतंकी घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुये आम सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी पर कटाक्ष करते हुए पूछा है कि 56 इंच की छाती पीटने वाले खामोश क्यों हैं?
+ There are no comments
Add yours