तन्मय के तीर

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कोविड वैक्सीनेशन के पहले चरण में हेल्थ वर्करों का टीकाकरण किया गया है। दो दिन बीत जाने के बाद 447 से ज्यादा विपरीत रिपोर्टें दर्ज की गयी हैं। टीकाकरण के तकरीबन आधे घंटे बाद एम्स के सिक्योरिटी गार्ड को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा तो आज मुरादाबाद से एक वार्ड ब्वॉय के मौत की खबर आ रही है। हालांकि प्रशासन दोनों घटनाओं को उससे जोड़ने से इंकार कर रहा है। लेकिन हकीकत यही है कि ‘कोवैक्सीन’ का टीका देने से पहले स्वास्थ्य प्रशासन लाभार्थी से एक ऐसे फार्म पर हस्ताक्षर करवा रहा है जिसमें साफ-साफ लिखा है कि यह इंजेक्शन ट्रायल के अपने तीसरे फेज में है। और वह अपनी मर्जी से इसको ले रहा है। यानी पहले चरण के लाभार्थियों में टीके के प्रभावों और दुष्प्रभावों का पता लगाने के लिए हमें अभी कुछ दिन का और इंतजार करना होगा। इसकी इन्हीं खामियों का नतीजा था कि दिल्ली के आरएमएल के डाक्टरों ने इंजेक्शन लेने से इंकार कर दिया। बहरहाल शासक के लिए जब अपनी कुर्सी और राजनीति सबसे ऊपर हो जाए तो दूसरी चीजें गौड़ हो जाया करती हैं। लेकिन उसका आखिरी खामियाजा जनता को भगुतना पड़ता है। तन्मय ने आज अपने तरकश का एक तीर इस पर भी छोड़ा है।   

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