राहुल गांधी ने अहमदाबाद में क्या-क्या कहा

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अहमदाबाद में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी ने संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में जो कुछ कहा है पेश है उनका पूरा भाषण–

राहुल गांधी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा- मुकुल वासनिक जी, शक्ति सिंह गोहिल जी, अमित चावड़ा जी, दीपक बाबरिया जी, शैलेश परमार जी, जगदीश ठाकोर जी, सिद्धार्थ पटेल जी, अमी याग्‍निक जी, लालजी देसाई जी, हिम्‍मतसिंह पटेल जी, जिग्‍नेश मेवानी जी, इंद्र विजय जी, इमरान खेड़ावाला जी, ललित भाई, लाला भाई पटेल जी, मतलब हमारे सारे के सारे सीनियर नेता और हमारे प्‍यारे कार्यकर्ता, बब्‍बर शेर, टाईगर आप सबका यहां मैं बहुत दिल से स्‍वागत करता हूं। 

पार्लियामेंट हाऊस में आपने देखा होगा कि अजीब सी बात है बीजेपी की जो पूरी मूवमेंट थी, राम मंदिर की, अयोध्‍या की मूवमेंट थी, सही बात… शुरूआत आडवाणी जी ने की थी, रथ यात्रा हुई थी, उसमें आपने आडवाणी को रथ पर देखा था। कहा जाता है कि नरेंद्र मोदी जी ने उस यात्रा में आडवाणी जी की मदद की थी, इनकी शुरूआत वहां हुई, राईट, ठीक है। रथ यात्रा चली और पार्लियामेंट में मैं सोच रहा था कि उन्‍होंने राम मंदिर का इनॉगुरेशन किया और राम मंदिर के इनॉगुरेशन में अडानी जी दिख गए, अंबानी जी दिख गए, मगर गरीब व्‍यक्ति वहां पर कोई नहीं दिखा, आपने देखा होगा, टीवी पर देखा आपने? अब उसका नतीजा बताता हूं। पार्लियामेंट में मैं यहां बैठता हूं, यहां पर अयोध्‍या के एमपी बैठते हैं (हाथ कि इशारे से समझाते हुए)। देखा आपने उनका चेहरा, इंडिया गठबंधन के हैं, है ना? 

मैंने उनसे पूछा कि भईया, आप मुझे एक बात समझाओ कि यह बीजेपी ने अपनी पूरी पॉलिटिक्‍स, अयोध्‍या की पॉलिटिक्‍स थी। चुनाव के पहले इन्‍होंने राम मंदिर का इनॉगुरेशन किया, राम भगवान को पॉलिटिसाइज करने की कोशिश की, मीडिया में फैला दिया… मैंने उनसे पूछा भईया एक बात बताओ, यह हुआ क्‍या? कि उन्‍होंने राम मंदिर का इनॉगुरेशन किया और इंडिया गठबंधन अयोध्‍या में चुनाव जीत गया, यह हुआ क्‍या? और मुझे जवाब उन्‍होंने दिया, मैं यह जवाब आपको देना चाहता हूं। 

उन्‍होंने कहा – राहुल जी, मुझे पता लग गया था, तकरीबन छह महीने पहले मुझे पता लग गया था कि मैं अयोध्‍या से लड़ूंगा और जिस दिन मुझे पता लगा, उस दिन मुझे यह भी मालूम था कि मैं सिर्फ लड़ूंगा नहीं, इंडिया गठबंधन अयोध्‍या से जीतने जा रहा है। 

मैंने कहा – कि आपको कैसे मालूम? पूरे देश में, मीडिया में, सब जगह राम मंदिर का इनॉगुरेशन हुआ, तो आपको कैसे मालूम? उन्‍होंने कहा – राहुल जी, जब मैं अयोध्‍या में लोगों से बात करता था, तो मुझे अयोध्‍या के लोग सिर्फ दो-तीन चीजें कहते थे। पहली बात कहते थे कि अयोध्‍या में मंदिर बनाने के लिए, क्‍लीन अप करने के लिए बहुत सारे लोगों से जमीन ली गई, बहुत सारे लोगों की दुकानें, घर तोड़े गए और जिन लोगों के घर छीने गए, तोड़े गए, दुकानें तोड़ी गईं, आज तक उनको नरेंद्र मोदी जी ने कंपनसेशन नहीं दिया, पहली बात। जहां भी वह जाता था, लोग उनसे कहते थे, हमारी जमीन छीनी गई, सरकार ने हमें मुआवजा नहीं दिया। दूसरी बात अयोध्‍या का इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना, बड़ा एयरेपोर्ट, जमीन किसकी गई – अयोध्‍या के किसानों की जमीन गई। आज तक उनको सही मुआवजा नहीं मिला और तीसरी बात, उन्‍होंने बताई मुझे, तीसरी बात राहुल जी अयोध्‍या की जनता को बहुत गुस्‍सा आया, जब उन्‍होंने देखा कि राम मंदिर के इनॉगुरेशन में अयोध्‍या का एक भी व्‍यक्ति नहीं था, यह कारण था। 

मगर मैं आपको यह कहानी क्‍यों बता रहा हूं- क्‍योंकि जो मूवमेंट आडवाणी जी ने चालू की थी, उस मूवमेंट को, जिसका सेंटर अयोध्‍या था, उस मूवमेंट को इंडिया गठबंधन ने अयोध्‍या में हरा दिया है। बहुत बड़ी बात कह रहा हूं। मतलब इनका पूरा जो सेंटर था, वहां पर हमने, आप जैसे कार्यकर्ताओं ने, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने और आप जाकर पूछिए वहां पर, समाजवादी पार्टी के किसी भी नेता से पूछ लीजिए और वह आपको बताएगा कि कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता बब्‍बर शेर जैसे हमारे साथ खड़ा हो गया था, एक इंच पीछे नहीं हटा। तो अयोध्‍या में कांग्रेस पार्टी ने, इंडिया गठबंधन ने इनको हराया है। तो अगला स्‍टेप क्‍या है? अब इन्‍होंने क्‍या किया, अच्‍छा अंदर की बात बताता हूं, अब यहां आया हूं, परिवार से बात हो रही है, तो इनसाइड ट्रेक बता देता हूं। इनसाइड ट्रेक है, उसी एमपी ने बताया कि राहुल जी यहां पर तीन बार सर्वे हुआ था, नरेंद्र मोदी जी वाराणसी से नहीं लड़ना चाहते थे, नरेंद्र मोदी जी अयोध्‍या से लड़ना चाहते थे, उनके सर्वेयर आए, तीन बार आए, नरेंद्र मोदी जी आए और सर्वेयर ने उनको कह दिया, नरेद्र मोदी जी अगर आप अयोध्‍या से लड़ेंगे, आप अयोध्‍या में हारेंगे। आप अयोध्‍या में मत लड़‍िए, क्‍योंकि अगर आप लड़ गए, आपका राजनैतिक कैरियर अयोध्‍या में खत्‍म हो जाएगा, इसलिए अयोध्‍या से नहीं लड़े और वाराणसी से लड़े और वाराणसी में हमने एक-दो छोटी गलती कर दीं, नहीं तो वहां उनको निपट लेते। 

मतलब आप देखिए, अयोध्‍या में उन्‍हीं के लोगों ने उनसे कहा कि हारोगे और काशी में कितने से जीते, एक लाख वोटों से जीते हैं, मतलब जान बचाकर निकले हैं, सच्‍चाई है। जैसे मैंने पार्लियामेंट हाऊस में कहा कि हमारा काम, यह जो मैंने लगा रखा है आज, यह जो चिन्‍ह लगा रखा है, इसको क्‍या कहते हैं –अभय मुद्रा कहते हैं, यह आपका चिन्‍ह है, इसको भूलो मत आप। आप आज वापस जाओगे, अलग-अलग धर्म के लोग हो आप, हर धर्म में यह चिन्‍ह आपको दिखाई देगा, गुरुनानक जी की फोटो देखिए, महावीर की देखिए, बुद्धा की देखिए, इस्‍लाम में भी, जैसे मैंने पार्लियामेंट में कहा दुआ मांगी जाती है, दोनों हाथ से ऐसे मांगी जाती है, आप शिव जी की फोटो देखिए, उसमें आपको यह दिखाई देगा और इसका मतलब है डरो मत, डराओ मत और मैं आपसे यहां कहने आया हूं, इन्होंने आपके ऑफिस पर, आपके कार्यकर्ताओं पर आक्रमण किया है। अब आपको डरना नहीं है, डराना नहीं है। इन्होंने हमारे ऑफिस पर धमका कर, ऑफिस को तोड़कर हमें चैलेंज दिया है। चैलेंज क्या है, गुजरात के चुनाव में मैं आपको बता रहा हूं, हम सब मिलकर इनको गुजरात में हराने जा रहे हैं। जो हमने कहा और लिख कर ले लो, कांग्रेस पार्टी की जो आत्मा है, वो गुजरात के चुनाव में लड़ेगी और नरेंद्र मोदी और बीजेपी को गुजरात में, जैसे हमने अयोध्या में हराया है, वैसे ही हम गुजरात में इनको हराने जा रहे हैं।

कौन हराएगा, हमारे लीडर हराएंगे, हमारे बब्बर शेर, टाइगर हराएंगे। आप देख रहे हो, मैं बता रहा हूं आपको, 50 प्रतिशत आप में से लोग, 50 प्रतिशत… आप क्या सोच सकते थे, मैं आपको पूछता हूं। आप क्या सोच सकते थे चुनाव से पहले, आप सोच सकते थे कि अयोध्या में बीजेपी हारेगी, ना। आप सोच सकते थे कि नरेंद्र मोदी अपनी जान बचाकर निकलेगा, मतलब मार्जन ऐसे, तुक्के से निकलेगा, सोच सकते थे? मैं आपको बता रहा हूं, जैसे ये अयोध्या में हारे, वैसे ये यहां पर हारने जा रहे हैं। आपको सिर्फ एक काम करना है, एक काम करना है आपको, आपको सिर्फ, गुजरात की जनता को सिर्फ एक बात बोलनी है, आपको डरना नहीं है, बिना डरे अगर आप बीजेपी से लड़ गए, चाहे आप किसान हो, मजदूर हो, छोटे व्यापारी हो, अगर गुजरात की जनता बिना डरे लड़ गई, बीजेपी सामने नहीं खड़ी हो पाएगी।

दूसरा उदाहरण देता हूं। आप कांग्रेस पार्टी को जानते हो, जानते हो? हमारी पार्टी में कोई डरता है (वर्कर्स ने कहा – नहीं डरते)? कैसे मालूम, हमारी पार्टी में दिल से बात कर देते हैं। बड़े से बड़ा हो, राहुल गांधी हो, मुझसे कहते हैं, मेरे कमरे में आकर कहते हैं, राहुल जी, ये जो आपने किया, हमें अच्छा नहीं लगा। कहते हैं, मैं बता रहा हू आपको और मैं कहता हूं, आपने सही बोला, इस बार मैंने ऐसे नहीं करना था, जो आप बोल रहे हो, वैसे करना था। हम डरते नहीं हैं। ना हमारे कार्यकर्ता हमें बोलने से डरते हैं, ना हम अपने कार्यकर्ता की बात सुनने से डरते हैं, ना हमारा कार्यकर्ता हमसे डरता है।

अब देखिए, मैं आपको रियालिटी बता रहा हूं। बीजेपी में नरेंद्र मोदी बैठे हैं, उनकी पूरी टीम बैठी है उनके सामने। मैं आपको इंटरनल बात बता रहा हूं, उनमें से कोई नरेंद्र मोदी को नहीं चाहता। कोई नहीं चाहता, मतलब पूरी लीडरशिप टीम देख लो, आगे बैठी है, मैं बता रहा हूं आपको। अंदर की बात बता रहा हूं इनसाइड ट्रेक दे रहा हूं, कोई नहीं चाहता, मगर दम नहीं है, डरते हैं। अगर नरेंद्र मोदी जैसा लीडर कांग्रेस पार्टी में होता, पूरी कांग्रेस पार्टी खड़ी हो जाती, नहीं, हम डरते नहीं हैं, हटो यहां से। मगर, उनकी पार्टी में दम ही नहीं है, उनके कार्यकर्ताओं में दम नहीं है।

अब देखो ना, एक आदमी खड़ा है वहां पर, सबकी हवा निकल गई। मतलब कार्यकर्ताओं की हवा निकल गई, आरएसएस की हवा निकल गई, सारे लीडर्स की हवा निकल गई। सच बोल रहा हूं ना और हमारे मतलब, छोटे से छोटा कार्यकर्ता होता है, टाइगर होता है, आता है, कांग्रेस प्रेसिडेंट के सामने आता है, राहुल गांधी के सामने आता है, कहता है भईया, मेरे दिल में ये बात है और आपको अच्छी लगे ना लगे, मैं तो बोल रहा हूं। तो ये है कांग्रेस पार्टी। अंग्रेजों के साथ ये खड़े हो गए थे सारे के सारे, आरएसएस वाले। हम लड़े थे, हमने कहा, देश से हमने कहा था, डरो मत, डराओ मत, हमने कहा था। बीजेपी के लोगों ने हाथ जोड़कर कहा था भईया, डर गए हम, जो करना है कर लो।

तो आप अपनी हिस्ट्री समझो। जो डर की भावना होती है ना, वो आपमें नहीं है, उनमें है और इसी के कारण मैं आपको बता रहा हूं, कांग्रेस पार्टी गुजरात में जीतेगी और गुजरात से ही नई कांग्रेस पार्टी बनेगी, क्योंकि कांग्रेस पार्टी, मैं गहरी बात बोल रहा हूं, मैं ऐसे ही आलतू-फालतू बात नहीं करता हूं। देखिए, कांग्रेस पार्टी बनी कहां थी, मतलब हमारे जो सबसे बड़े नेता थे, जिन्होंने रास्ता दिखाया था। आप क्या सोचते हो, जब यहां अंग्रेज राज करते थे, क्या डर नहीं था? गुजरात के व्यक्ति ने कहा था, महात्मा गांधी जी ने देश को कहा कि देखो, डरो मत, डराओ मत और आग गुजरात से शुरु हुई थी और आज अगर कांग्रेस पार्टी है, तो वो पार्टी, वो भावना, वो सोच गुजरात से शुरु हुई थी। इसलिए जब इन्होंने हमारा ऑफिस तोड़ा, मैंने सोचा भईया, मौका मिल गया। अब हम इनको सबक सिखाएंगे, जैसे इन्होंने हमारा ऑफिस तोड़ा, वैसे ही हम उनकी सरकार को तोड़ने जा रहे हैं।

अच्छा, अब मैंने डरो मत की बात की, मगर एक शिकायत भी है। ये भी नहीं है कि कांग्रेस पार्टी गुजरात में कमियां नहीं है। ये कहना पड़ेगा, कहना पड़ेगा। कमी क्या है, एक कार्यकर्ता ने मुझे बहुत अच्छी तरह बताया, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ने। कहता है राहुल जी, ये कांग्रेस पार्टी में एक मुश्किल है। दो तरीके के घोड़े होते हैं। एक रेस का घोड़ा होता है, दूसरा शादी का घोड़ा होता है। ये आप, कभी-कभी कांग्रेस पार्टी क्या करती है, रेस के घोड़े को शादी में भेज देती है और शादी के घोड़े को रेस में लगा देती है। तो उसने कहा कि ये आप बंद करा दीजिए। रेस के घोड़े को आप रेस में दौड़ाइए और शादी के घोड़े को आप शादी में भेजिए। तो ये हमें गुजरात में करना है। जो रेस का घोड़ा है, जो तैयार है, दौड़ने के लिए तैयार है, उसको रेस में लगाना चाहिए और जो हमारे शादी के घोड़े हैं, जो हैं, वो हैं, उनको हमें शादी में, बारात में नचा देना चाहिए।

तो अब मेरा कहना है कि ये काम सीरियसली करना है। हम पिछले चुनाव में, आप भी जानते हो, मैं भी जानता हूं कि हम बीजेपी से पिछले चुनाव में नहीं लड़े थे, ठीक से नहीं लड़े थे। उससे पहले चुनाव में 2017 में हम, तीन महीने कह लो, चार महीने कह लो, चार महीने,  तीन महीने हम लड़े और नतीजा आपने देखा, आपने देखा। गुजरात के सीनियर नेताओं ने बस में मुझे कहा, मैं बता रहा हूं आपको इनसाइड ट्रेक। मुझे बस में कहा कि राहुल जी, गुजरात में हमें 40 सीटें मिलेंगी। मैंने उनसे कहा कि 40 नहीं, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं और 16 सीट से हम चुनाव हारे। अब तीन साल हैं। तीन महीने में हम फिनिश लाइन तक पहुंच गए थे, तीन साल में हम फिनिश लाइन को मतलब उधर पीछे छोड़कर निकल जाएंगे। मैं आपको यहां कह रहा हूं कि आप लोग गुजरात में कितने साल बाद, तीस साल हो गए, मैं आपको बता रहा हूं, मानो ना मानो, आपमें से 50 प्रतिशत अभी मान रहे हैं और 50 प्रतिशत कह रहे हैं कि नहीं भईया, नहीं होगा। जो 50 प्रतिशत मान रहे हैं, मैं आपसे बात कर रहा हूं, आप लड़ जाओ और ये बाकी 50 प्रतिशत बैठे हैं, उनका माइंड बदल दो, नईया पार हो जाएगी, सरकार बन जाएगी और मैं आपसे कहना चाहता हूं कि एआईसीसी की टीम, राहुल गांधी, मेरी बहन, सारे के सारे सीनियर लीडर आपके साथ यहां खड़े होंगे। आपके साथ मिलकर इनकी सरकार को तोड़ेंगे।

आपने बहुत सहा है, बहुत लाठियां खाई हैं, बहुत अपमान हुआ है आपका, गालियां खाई हैं आपने, अब बहुत हो गया, अब इनको हमें सबक सिखाना है और हम इनको हराने जा रहे हैं और नफरत से नहीं, मोहब्बत से, आप देखना, मोहब्बत से हम इनको हराएंगे। कैसे, क्योंकि नरेंद्र मोदी जी का जो विजन था, वो गुब्बारा जो था, वो फट गया है, फटाक से वो फट गया है। आप सोचिए, पार्लियामेंट हाउस में नरेंद्र मोदी वहां बैठे हैं, मैं यहां और मैंने प्रधानमंत्री जी से उनके सामने कहा कि नरेंद्र मोदी जी आप, एक व्यक्ति भी नहीं कह सकता हूं, पता नहीं आप क्या हैं, क्योंकि आपने ही कहा कि मैं नॉन बायोलॉजिकल हूं, मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं और मेरा सीधा, डायरेक्ट कनेक्शन है ईश्वर से। अरे भईया, आपका डायरेक्ट कनेक्शन है ईश्वर से, तो अयोध्या कैसे हार गए, कैसे हार गए?

तो हमारे प्रधानमंत्री सोचते हैं कि बाकी सब लोग बायोलॉजिकल, गुजरात की जनता बायोलॉजिकल, गांधी जी बायोलॉजिकल, हिंदुस्तान के किसान, मजदूर, सब लोग बायोलॉजिकल और नरेंद्र मोदी नॉन बायोलॉजिकल। स्पीकर सर ने मुझे कहा, ऐसे मत बोलिए। मैंने कहा, मैं थोड़े बोल रहा हूं, ये तो प्रधानमंत्री बोल रहे थे, मैं तो उनकी बात कर रहा हूं। स्पीकर बिल्कुल चुप हो गए, बात तो सही है। ये राहुल गांधी के शब्द थोड़े ही हैं, ये तो हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के शब्द हैं, नॉन बायोलॉजिकल। अब सोचिए, वो व्यक्ति जो अपने आपको नॉन बायोलॉजिकल समझता है और देश की जनता को बायोलॉजिकल समझता है कि मतलब मैं यहां और बाकी जनता वहां, वो गुजरात को विजन कैसे दे सकता है। जो किसानों का दर्द नहीं समझ सकता, मजदूरों का दर्द नहीं समझ सकता, डायमंड इंडस्ट्री में जो काम करते हैं, उनका दर्द नहीं समझ सकता, नॉन बायोलॉजिकल व्यक्ति, वो गुजरात को कैसे रास्ता दिखा सकता है, नहीं दिखा सकता।

तो अब आपका काम है, गुजरात को विजन देना, गुजरात के युवाओं को, किसानों को, मजदूरों को, माताओं को, बहनों को विजन देना कि भईया, हम आपके लिए ये करने जा रहे हैं। आपने हमारा मेनिफेस्टो देखा, हिला कर रख दिया था बीजेपी को। आपने देखा, वैसा मेनिफेस्टो बनाना है गुजरात के लिए। गुजरात की जनता से मिलकर एक लाख लोगों ने हमारा मेनिफेस्टो बनाया था। वैसे ही हम गुजरात में लाखों लोगों से पूछकर अपना मेनिफेस्टो बनाएंगे। गुजरात को विजन देंगे और फिर चुनाव पूरा दम लगाकर लड़ेंगे और यहां इनकी जो सरकार है उसको तोड़कर परे कर देंगे।

आप सबका दिल से धन्यवाद। आखिरी बात मैं कहना चाहता हूं, यहां जगन्नाथ यात्रा हो रही है, आप सबको और जो यात्रा में भाग लेंगे, आप सबको शुभकामनाएं देना चाहता हूं और दिल से प्यार देना चाहता हूं। आप सबका दिल से धन्यवाद। नमस्कार, जय हिंद। अभय मुद्रा, डरो मत, डराओ मत।

(अहमदाबाद में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में राहुल गांधी का भाषण।)

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