नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद इंडिया गठबंधन में हड़कंप मचा है। सूत्रों के मुताबिक गठबंधन के नेता 2024 के लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए 6 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक करेंगे। खड़गे ने रविवार को गठबंधन के सभी नेताओं को फोन करके इसकी सूचना दी है।
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान सभी नेता चुनाव से पहले एकजुट होकर भाजपा से मुकाबला करने की अपनी योजना पर चर्चा करेंगे और उसे अंतिम रूप देंगे। आम चुनावों के लिए विपक्षी गुट की रणनीति और सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने से पहले कांग्रेस पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार कर रही थी।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन में कम से कम 26 पार्टियां शामिल हैं। इससे पहले गठबंधन पटना, बेंगलुरु और मुंबई में तीन बार बैठक कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक विपक्षी नेता अब संयुक्त रैलियों की योजना बनाएंगे जिन्हें विधानसभा चुनावों के कारण रोक दिया गया था। क्षेत्रीय दलों के बीच सीट बंटवारे पर भी बातचीत अब तेज होगी।
तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी जैसी कुछ पार्टियां सीट बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देना चाहती थीं लेकिन विधानसभा चुनावों के कारण बातचीत में देरी हुई।
उधर, चुनाव के रुझान को देखते हुए जेडीयू ने कांग्रेस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जेडीयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है और कहा कि अब ‘इंडिया गठबंधन’ को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए निखिल मंडल ने कहा कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनावों में व्यस्त रही जिसके वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब तो कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं। निखिल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं। अब बैठक में इस बात पर चर्चा होगी या नहीं ये तो बैठक के बाद ही पता चलेगा।
‘इंडिया’ यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस कांग्रेस के नेतृत्व वाले बड़े-बड़े क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का गठबंधन है। इसका गठन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से मुकाबला करने के लिए किया गया था। इसका गठन जुलाई 2023 में बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की बैठक के दौरान किया गया था।
(जनचौक की रिपोर्ट।)