Friday, April 19, 2024

अडानी के गोदाम का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार उप्पल की हालत अभी भी नाजुक

मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी जो तीन नये कृषि कानून लाये गये हैं इसके पीछे अडानी, अंबानी जैसे पूंजीपतियों के हित और उनकी तैयारी का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार आकर्षण उप्पल पर अज्ञात अपराधियों द्वारा जानलेवा हमले के बाद उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। आईबीएन 24 के लिए करनाल से रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार आकर्षण उप्पल ने मोदी सरकार द्वारा इन तीन नये कृषि कानूनों को लाने से पहले अनाज भंडारण के लिए करनाल में अडानी समूह द्वारा सौ एकड़ जमीन पर चुपके से बनाये जा रहे गोडाउन और तैयारियों का खुलासा किया था।

जिसके बाद बीते 7 दिसंबर को 6-7 गुंडों ने उप्पल पर लोहे के रॉड और धारदार हथियारों से हमला कर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया था। उनके सिर में गंभीर चोटें आयी थीं। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उप्पल की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर मारने की नियति से उन्हें नहर में फेंक देना चाहते थे। हालांकि भीड़ के इकट्ठा होने जाने के बाद वो भाग खड़े हुए।

मौजूदा समय में उप्पल का करनाल के साइजेन अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। इस बीच, पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया है जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वो इस हमले में शामिल थे।  

आकर्षण उप्पल ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया था कि, एक तरफ जहां मोदी सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ़ दिल्ली बॉर्डर पर किसान विरोध में बैठे हैं और देश भर में आंदोलन हो रहा है ठीक, दूसरी तरफ अडानी की कंपनी किसानों का अनाज जमा करने केलिए सौ एकड़ जमीन पर बड़े-बड़े गोडाउन, रेल लाइन और अन्य वस्तुओं के निर्माण में लगी है और उस जगह पर मीडिया और बाहरी लोगों के जाने पर कड़ी पाबंदी और निगरानी रखी जाती है।

इसी रिपोर्ट के दिखाने के बाद उप्पल पर जानलेवा हमला हुआ था। हमले के बाद पुलिस ने जिन 5 लोगों को गिरफ्तार को अदालत में पेश किया था उनमें से कई पेशेवर अपराधी हैं और कईयों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी पर पहले से 15-20 अपराधिक मामले दर्ज है!

हालांकि आकर्षण उप्पल पर हुए जानलेवा हमले के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उनसे मिलने अस्पताल गये थे और उनके परिवार को हर संभव मदद देने तथा अपराधियों को कड़ी सजा देने का आश्वासन दिया था।

न्यूज़ वेबसाइट ‘इनफीड’ ने 15 दिसंबर को एक रिपोर्ट में लिखा है कि नये कृषि कानूनों के पीछे अडानी का हित और रूचि का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार आकर्षण उप्पल पर जानलेवा हमले के बाद अडानी, अंबानी जैसे कॉर्पोरेट घरानों के खिलाफ़ आंदोलन और तेज हो गया है। जबकि पुलिस का कहना है यह हमला किसी पुरानी रंजिश के कारण हुआ था।

(इनफीड के कुछ इनपुट के साथ पत्रकार नित्यानंद गायेन की रिपोर्ट।)

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