बैतूल: दलित लड़के से प्रेम विवाह करने पर यादव लड़की को पिता ने शुद्धिकरण के नाम पर अर्द्धनग्न करके नहलाया, बाल काटे, जूठन खिलाया

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“मैं विवाह से खुश हूं, हम दोनों खुशी से अपना जीवन का निर्वहन करने के लिए तत्पर हैं, लेकिन मेरे परिवार के सदस्य निरंतर मुझे और पति के परिवार को डरा-धमका रहे हैं। शादी के बाद से ही मुझे मायके पक्ष से जान से मारने की धमकी मिल रही है” उपरोक्त बातें एक दलित युवक से प्रेम विवाह करने वाली 24 वर्षीय यादव लड़की ने अपने पिता व परिजनों के ख़िलाफ़ पुलिस अधीक्षक से की शिक़ायत में लिखा है। ऑनर किलिंग के डर से जोड़े ने पुलिस से अपनी सुरक्षा की मांग की है। मामला जिले के चोपाना थाना क्षेत्र का है। लड़की ने पुलिस से पिता सहित परिवार वालों से बचाने की गुहार लगाई है।

लड़की ने कहा है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत राइट टू लाइफ मेरा मौलिक अधिकार है, जिसके तहत पसंद का अधिकार भी मेरा मौलिक अधिकार है। मैंने समाज की रुढ़िवादी, जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शादी की है। लड़की ने शिक़ायत पत्र में आरोप लगाया है कि अब उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने पति को तलाक देकर किसी सजातीय से शादी कर ले। उसने मामले में पुलिस पर भी उसके पिता से मिले होने का आरोप लगाया है, जबकि उसके पति ने उनकी ऑनर किलिंग की आशंका जताई है।

एसपी को सौंपे शिक़ायत पत्र में लड़की ने आगे लिखा है -” मैं बालिग हूं। और बिना किसी डर दबाव, लालच के अमित अहिरवार पिता कैलाश अहिरवार उम्र 27 वर्ष निवासी टिकारी बैतूल से 11 मार्च 2020 को आर्य समाज बैतूल के समक्ष विवाह किया है”। लड़की ने शिकायत पत्र में बताया है कि किस तरह पुलिस प्रशासन ने उसकी शिक़ायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और उसे जबर्दस्ती पकड़कर उसकी मर्जी के ख़िलाफ़ उसके पिता के हवाले कर दिया जहां उसे अपनी जान का ख़तरा है।

लड़की ने लिखा है,” शादी के बाद मेरे पिता ने 10 जनवरी को मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट चोपना थाने में दर्ज़ करवाई। जिस पर थाने के तीन पुलिसकर्मी मुझे जबर्दस्ती ससुराल से चोपना थाने ले आए। जहां मुझसे कोरे काग़ज़ पर हस्ताक्षर करवाकर मायके छुड़वा दिया। शादी के बाद मैंने एसपी, थाना प्रभारी कोतवाली बैतूल को परिवारवालों के ख़िलाफ़ एक लिखित आवेदन दिया था, लेकिन आवेदन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई”।

अर्द्धनग्न करके करवाया शुद्धिकरण

लड़की ने शिकायत पत्र में लिखा है कि “मैं नर्सिंग की ट्रेनिंग करने 12 फरवरी 2021 को गई थी तो वहां 18 अगस्त 2021 को पिता आए और 19 अगस्त को दबाव देकर होशंगाबाद लेकर आ गए । वहां पर मुझे मेरे पिता एवं राधेलाल यादव पिता बाबूलाल यादव , महेश यादव पिता रामप्रसाद यादव , मधु उर्फ मदन यादव पिता स्व हल्लु यादव ने मुझे नर्मदा नदी के सेठानी घाट लाए और कहा कि इसने दलित समाज के युवक से शादी की है । इसीलिये इसकी पूजा पाठ कर शुध्दिकरण कराना पड़ेगा” ।

लड़की ने आगे बताया है कि उन्होंने जबरन आधे वस्त्रों में मुझे नदी में नहलाया उसके पश्चात मुझे जूठी पूड़ी खिलवाई। मेरी चोटी के बाल काटे और जो मैंने कपड़े पहने थे उसे वहीं पर सेठानी घाट पर फिकवा दिए। इसके बाद भी मेरे परिवार के सदस्य निरंतर मुझे तथा अमित के परिवार को डरा धमका रहे हैं। युवती ने बताया कि वह राजगढ़ में होस्टल में रह रही थी और 28 अक्टूबर को ससुराल पहुंची।”

लड़की ने पुलिस से मांग की है कि मेरे पिता धीरज यादव पिता बाबूलाल यादव , राधेलाल यादव पिता बाबूलाल यादव , महेश यादव पिता रामप्रसाद यादव , मधु उर्फ मदन यादव पिता स्व हल्लू यादव के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और मेरे पति के परिवार को सुरक्षा दें।

वहीं मामला सोशल मीडिया पर आने के बाद इस संबंध में महिला सेल प्रभारी डीएसपी पल्लवी गौर का कहना है कि युवती अभी उनसे नहीं मिल सकी है। वह मामले को दिखवा रही हैं। युवती यादव जाति की है। वो इस संबंध में जानकारी ले रही हैं। जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी वह की जाएगी।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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