Sunday, April 28, 2024

राजस्थान में राहुल गांधी बोले- दो हिंदुस्तान नहीं बनने देंगे

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की याद करते हुए कहा कि देखिए, एक साल पहले मैं लाखों लोगों के साथ मिलकर कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक पैदल गया। यात्रा का नाम, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ था। हमारा लक्ष्य बीजेपी ने जो नफरत फैलाई है, हिंसा फैलाते हैं, उसके खिलाफ खड़े होने का था। सब लोग जानते हैं, ये देश जानता है कि हिंदुस्तान नफरत का देश नहीं है, मोहब्बत, भाईचारा और इज्जत का देश है। इसलिए हमने यात्रा में नारा दिया, नफरत के बाजार में हमें मोहब्बत की दुकान खोलनी है। अब सवाल उठता है कि देश में बीजेपी नफरत क्यों फैलाती है, हिंसा क्यों फैलाती है, डर क्यों फैलाती है?

नफरत का कारण है बेरोजगारी और महंगाई

राहुल गांधी मंगलवार को राजस्थान के वल्लभ नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “नफरत का कारण, बेरोजगारी और महंगाई है। बीजेपी का सिस्टम आपका ध्यान बेरोजगारी और महंगाई से हटाने के लिए नफरत पर ले जाता है। बीजेपी का लक्ष्य, आरएसएस का लक्ष्य है कि हिंदुस्तान के गरीब लोगों को, मजदूरों को, किसानों को, छोटे व्यापारियों को, आदिवासियों को, दलितों को धन ना मिल जाए। वो चाहते हैं कि धन, हिंदुस्तान सोने की चिड़िया है, वो चाहते हैं कि इस सोने की चिड़िया का पूरा का पूरा धन चुने हुए लोगों के हाथ में रहे, अरबपतियों के हाथ में रहे और आदिवासी, दलित, पिछड़े लोग इस धन के बारे में सवाल ना उठाए।”

बीजेपी आदिवासियों को क्यों कहती है वनवासी?

भाजपा द्वारा आदिवासियों को वनवासी कहे जाने पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि “हम आपको आदिवासी कहते हैं। वो आपको वनवासी कहते हैं। आदिवासी और वनवासी शब्द में क्या फर्क है। आदिवासी का मतलब, वो लोग जो हिंदुस्तान की इस धरती के, भारत माता के पहले मालिक थे। इस देश में जो भी जमीन है, जो भी जल है, जो भी जंगल है, वो सबसे पहले आदिवासियों का हुआ करता था। अब इस शब्द के अंदर बहुत कुछ छुपा हुआ है। अगर हम आपको आदिवासी कहते हैं और अगर हम इस बात को मानते हैं कि आप इस देश के पहले मालिक हैं, तो हमें आपको जमीन का, जल का, जंगल का अधिकार देना पड़ेगा।”

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नया शब्द निकाला। बीजेपी कहती है कि आप आदिवासी नहीं हैं, आप वनवासी हैं। वनवासी का मतलब वो लोग जो जंगल में रहते हैं। वनवासी को कोई अधिकार नहीं है। वनवासी का मतलब आप तो जंगल में रहते हैं, आपको जमीन का अधिकार थोड़े हो सकता है। आपको जल का अधिकार, जंगल का अधिकार थोड़े हो सकता है, आप तो जंगल में रहते हैं, आप तो जानवर जैसे हैं। वनवासी का ये मतलब है।

बीजेपी नेता को आदिवासी युवा के ऊपर पेशाब करते हुए देखा गया

मध्य प्रदेश में बीजेपी नेता द्वारा एक आदिवासी पर पेशाब करने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि “मैं आपसे पूछना चाहता हूं, आपने किसी बीजेपी के नेता को किसी जानवर पर, किसी कुत्ते पर पेशाब करते हुए देखा है? कभी नहीं देखा। मगर, आपने बीजेपी के नेता को मध्य प्रदेश में एक आदिवासी युवा के ऊपर पेशाब करते हुए देखा है।”

राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी नेता आपको कहते हैं हिंदी सीखो, अंग्रेजी मत सीख लेना। मगर, बीजेपी नेताओं के बच्चे इंग्लिश मीडियम में पढ़ते हैं। क्योंकि उनको मालूम है, सबसे अच्छी नौकरियां कॉल सेंटर, आईटी, सॉफ्टवेयर, इंजीनियरिंग सबसे अच्छी नौकरियों के लिए आपको अंग्रेजी बोलनी पड़ेगी और वो चाहते हैं कि आदिवासी जंगल में रहें, बीजेपी के एमएलए उन पर पेशाब करें, वीडियो वायरल करें और आदिवासी युवा ना पढ़ें, ना लिखें, ना अंग्रेजी बोलें। मैं चाहता हूं कि आदिवासी युवा अगर पायलट बनना चाहता है, अमेरिका में हवाई जहाज में जाना चाहता है, तो उसका हक बनता है। वकील बनना चाहता है, इंजीनियर बनना चाहता है, डॉक्टर बनना चाहता है, आप असली मालिक हैं इस जमीन के।

जनहित की योजनाओं को बीजेपी कर रही खत्म

राहुल गांधी ने आम जनता के हितों वाले कानून का जिक्र करते हुए कहा कि “कांग्रेस पार्टी पेसा कानून लाई, जमीन अधिग्रहण बिल लाई, ट्राइबल बिल लाई, मनरेगा लाई, आपके अधिकारों की रक्षा करने के लिए, आपको अपना अधिकार देने के लिए। बीजेपी ने पेसा कानून रद्द कर दिया। जमीन अधिग्रहण बिल रद्द कर दिया और आप पर पेशाब करके कहते हैं भईया, आप लोग वनवासी हो।”

देश को सबसे पहले जाति जनगणना की जरुरत

राहुल गांधी ने कहा कि देश में कम से कम 50 प्रतिशत पिछड़े लोग है। ऑफिशियल रिकॉर्ड नहीं है, मगर लोग जानते हैं कि कम से कम 50 प्रतिशत आबादी पिछड़ों की है। सबसे पहले किसकी कितनी आबादी है- आदिवासी कितने, दलित कितने, ओबीसी कितने, जनरल कास्ट के लोग कितने। सबसे पहले जाति जनगणना की जरुरत है। अगर हम अधिकार की बात कर रहे हैं, भागीदारी की बात कर रहे हैं, तो कितने लोग कौन सी जाति के हैं, कौन से समाज के हैं, वो तो पता लगाना ही पड़ेगा। इसको हम जाति जनगणना कहते हैं।

राहुल गांधी ने उत्तराखंड में सुरंग में फंसे मजदूरों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड में, मजदूर फंसे हुए हैं उत्तराखंड में जमीन के नीचे, धंसे हुए हैं, 24 घंटे मीडिया क्रिकेट की बात कर रही है, अच्छी बात है? दो मिनट उनको भी दे दो, दो मिनट हमारे मजदूरों को भी दे दो।

कांग्रेस पार्टी की राजस्थान में सात गारंटी

सबसे पहले, राजस्थान के हर घर में एक महिला को दस हजार रुपए साल के बैंक अकाउंट में सीधे। एक रुपया अडानी को नहीं, इसमें से एक रुपया अडानी को नहीं जाएगा। गैस सिलेंडर, नरेंद्र मोदी जी शिकायत करते थे 400 रुपए का हो गया। आज कितने का है, 1200 रुपए का कर दिया उन्होंने। चुनाव के बाद हम 500 रुपए का कर देंगे। एक रुपया अडानी को नहीं। मैंने गहलोत जी से कहा है कि ये जो आपका इलाज है, 25 लाख है, इसको आप थोड़ा और बढ़ाइए। चुनाव के बाद वो हो जाएगा, एक रुपया अडानी को नहीं।

शिक्षा में हमने अंग्रेजी स्कूलों का जाल फैला दिया। वो कहते हैं हिंदी सिखाओ, अंग्रेजी मत सिखाओ। हम कहते हैं हिंदी भी सीखो, अंग्रेजी भी सीखो। हिंदी में राजस्थान में बात करो, हिंदी का प्रयोग राजस्थान में करो, यूपी में करो, मगर कोई विदेशी टूरिस्ट आता है, राजस्थान में तो उससे अंग्रेजी में बात करो। व्यापार करो, बिजनेस खोलो। दो हिंदुस्तान नहीं चाहिए हमें। इसलिए हर स्टूडेंट के लिए हम इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने जा रहे हैं राजस्थान में और फ्री में हम गवर्मेंट कॉलेज में लैपटॉप देंगे।

नरेंद्र मोदी जी ने सरकारी ऑफिसर का ओपीएस बंद कर दिया, पुरानी पेंशन स्कीम जो थी। हमने फिर से लागू कर दिया। अग्निवीर जैसी स्कीम लाते हैं, अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए। हमारे युवा सुबह उठते हैं चार बजे, देश की रक्षा करने के लिए उठते हैं। लाखों युवा उठते थे, वर्जिश करते थे आर्मी का टेस्ट पास करने के लिए। सारा बंद कर दिया। क्यों बंद किया।

अडानी को जितने हथियार बेचने हों, वो सही है, पूरा का पूरा डिफेंस सेक्टर अडानी के हाथ में, वो सही है। मगर, अगर हमारे पिछड़े युवा, आदिवासी युवा, दलित युवा देश की रक्षा करना चाहते हैं, तो वो अलाउ नहीं है, वो नहीं हो सकता। हम तो अग्निवीर स्कीम चलाएंगे। हर भाषण में नरेंद्र मोदी जी कहते हैं अग्निवीर का फायदा है। क्या फायदा है, नुकसान है? गरीब युवाओं का नुकसान है। अडानी का फायदा है। तो हर स्कीम में वो अरबपतियों की मदद करते हैं। हर स्कीम में हम गरीबों की, किसानों की, मजदूरों की मदद करते हैं। ये फर्क है।

अब याद रखिए, हमने जो भी किया है, बीजेपी की सरकार आई, वो सारा का सारा उठाकर ले जाएंगे। 25 लाख रुपए हम जो आपको स्वास्थ्य में देते हैं, वो सारा का सारा अडानी को जाएगा। ओपीएस स्कीम गायब हो जाएगी। अंग्रेजी स्कूल बंद हो जाएंगे। किसान का कर्जा माफ नहीं होगा। सारा का सारा फायदा दो-तीन लोगों को जाएगा। निर्णय आपको लेना है। कांग्रेस पार्टी को जिताइए। गरीबों की, पिछड़ों की, आदिवासियों की, दलितों की, गरीब लोगों की सरकार बनाइए, छोटे दुकानदारों की सरकार बनाइए।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

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