गया। बदलो बिहार न्याय पदयात्रा के आज तीसरे दिन वजीरगंज से पदयात्रियों का जत्था अपने गंतव्य की ओर रवाना हुआ। आज की यात्रा में भाकपा-माले महासचिव कामरेड दीपांकर भट्टाचार्य के अलावा एमएलसी शशि यादव, का. अमर, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय, अरवल विधायक महानंद सिंह, रामबली सिंह यादव, गोपाल रविदास, ऐपवा नेता माधुरी गुप्ता, गया जिला सचिव निरंजन कुमार, रीता बर्नवाल, सुदामा राम, रामलखन प्रसाद, अंजुषा कुमारी, पारो देवी, बच्चू सिंह, राजू पासवान आदि शामिल हुए। वजीरगंज से शुरू होकर अयोध्यापुर नगर, इंदिरा नगर, बैरिया में जन संवाद करते हुए मानपुर की तरफ यात्रा बढ़ रही है।
माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ग्रामीणों-फुटपाथ दुकानदारों और समाज के विभिन्न तबकों से लगातार संवाद कर रहे हैं और बिहार में बदलाव की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पलायन रोक देने का दावा करते थे लेकिन गया जिला आज सामंती हिंसा के साथ-साथ जबरदस्त रूप से मजदूरों के पलायन का जोन बन रहा है।
मथुरा में जिले के 5 मज़दूरों की मौत बहुत ही दुखद है। मजदूरों को ले जा रहे पिक अप वैन के बिजली के खंभे से टकराने की वजह से यह घटना हुई है। कई लोग घायल हैं। यह कोई हादसा नहीं है बल्कि प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा की कोई चिंता बिहार सरकार को नहीं है।
प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए हम राष्ट्रीय स्तर पर लगातार कानून बनाए जाने की मांग करते रहे हैं लेकिन भाजपा–जदयू ने इसकी अनदेखी ही की है। कभी जहरीली शराब से मौत, बाहर में मज़दूरों की मौत-आज के बिहार का यही सच है।
उन्होंने कहा कि वजीरगंज में पता चला कि वहां से हर दिन कोलकाता के लिए 5, सिलीगुड़ी के लिए 2 और दिल्ली के लिए 1 बस खुलती है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि गया से व्यापक स्तर पर पलायन हो रहा है। पलायन को रोकने में विफल सरकार को बदलना होगा।
अपने संबोधन में माले महासचिव ने जमीन सर्वे पर एक बार फिर हमला किया। कहा कि हमने साफ-साफ कहा है कि सबसे पहले जिस जमीन पर लोग बसे हुए हैं उस जमीन का कागज दिया जाए। सरकार बिहार के गरीबों को उजाड़ने में लगी है। इसे बिहार अब बर्दाश्त नहीं करेगा।
एमएलसी शशि यादव ने भी जनसंवाद यात्रा को संबोधित किया और स्मार्ट मीटर पर रोक सहित कई मसलों को उठाया। विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि बुलडोजर राज को बदल देना है। बिहार में न्याय का राज चाहिए। दलितों पर हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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