इफको के दो अफसरों ने अपनी जान देकर मिनी भोपाल कांड होने से रोका

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इफको के दो अधिकारी असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन तथा ड्यूटी पर तैनात लगभग दो दर्ज़न तकनीशियन यदि अपनी जान की बाज़ी लगाकर प्लांट में डैमेज कंट्रोल न करते और गैस की आपूर्ति न बंद करते तो यह हादसा एक बड़े इलाके की आपदा में तब्दील हो जाता और फूलपुर इलाके में मिनी भोपाल गैस कांड की पुनरावृत्ति हो जाती। इफको के दोनों अधिकारियों, असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन ने अपना बलिदान देकर तथा ड्यूटी पर तैनात लगभग दो दर्ज़न तकनीशियनों ने डैमेज कंट्रोल करके एक बड़ी आपदा से बचा लिया।     

उत्तरप्रदेश के प्रयागराज के फूलपुर स्थित इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) के संयंत्र में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हुआ। प्लांट की यूरिया इकाई में अमोनिया गैस का रिसाव होने से दो अधिकारियों, असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन की मौत हो गयी और लगभग डेढ़ दर्ज़न अन्य इसकी चपेट में आ गए। लेकिन यदि अमोनिया पम्प के प्लंजर रॉड के अचानक टूटने से हुई इस दुर्घटना में डैमेज कंट्रोल की कोशिश ये दोनों अधिकारी न करते तो अमोनिया लीक से कम से कम 20 किमी के दायरे में मिनी भोपाल कांड दोहराये जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

मंगलवार रात 10:15 बजे यूनिट T-1 के क्लेंजर रॉड टूटने से अमोनिया गैस रिसाव हुआ। प्लांट ऑटोमैटिक है लेकिन किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए 24 घंटे प्लांट कंट्रोल रुम में अधिकारियों और तकनीशियनों की ड्यूटी रहती है। अमोनिया पम्प के प्लंजर रॉड के अचानक टूटने से अमोनिया रिसाव का पता चलते ही असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन सेफ्टी मेजर लेकर मौके पर भागे लेकिन तब तक अमोनिया का धुंध इतना फ़ैल गया था कि किसी को कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा था और रिसाव बढ़ता जा रहा था। इस बीच ड्यूटी पर तैनात अन्य तकनीशियनों ने सेफ्टी उपायों की तरह प्लांट में गैस सप्लाई करने वाले बटनों को बंद करना शुरू कर दिया, जिससे स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आ गयी लेकिन इसमें दम घुटने से असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन की मौत हो गयी और लगभग डेढ़ दर्ज़न अन्य तकनीशियन इसकी चपेट में आ गये, जिनको अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में फूलपुर के इफको प्लांट में अमोनिया गैस रिसाव हादसे के बाद हड़कंप मचा हुआ है। घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए,  इसके कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ प्लांट के यूनिट हेड कार्यकारी निदेशक मोहम्मद मसूद अहमद ने स्थानीय जांच शुरू करा दी है। इफको मुख्यालय से कार्यकारी निदेशक राकेश सूरी के नेतृत्व में जाँच दल फूलपुर आ रहा है।

इफको प्लांट के यूनिट हेड और कार्यकारी निदेशक मोहम्मद मसूद अहमद ने बताया कि मंगलवार रात 10:15 बजे अमोनिया पम्प के प्लंजर रॉड टूटने से अमोनिया गैस रिसाव हुआ। हादसे में कुल 18 अधिकारी-कर्मचारी प्रभावित हुए, जिनमें से दो अधिकारियों असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह और डिप्टी मैनेजर अभिनंदन की मौत हो गई है। 6 लोगों का प्रयागराज के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं 4 लोग जागृति हॉस्पिटल में आईसीयू में एडमिट हैं। अमोनिया से प्रभावित 2 लोगों को प्रीति नर्सिंग होम में एडमिट कराया गया है, जबकि 10 लोगों को फूलपुर में भर्ती कराया गया था, 2 लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। मसूद अहमद ने बताया कि घटना के तुरंत बाद प्लांट को बंद कर दिया गया था। अमोनिया गैस के रिसाव पर भी काबू पा लिया गया है।

प्रयागराज जिला मुख्यालय से 30 किमी की दूर जौनपुर-गोरखपुर मार्ग पर इफको के फूलपुर संयंत्र में अमोनिया व यूरिया निर्माण की दो-दो इकाइयां हैं। रोज की तरह यहां मंगलवार को भी काम चल रहा था। रात 10 बजे से रात्रिकालीन शिफ्ट में तैनात कर्मचारी अलग-अलग इकाइयों में काम पर लगे हुए थे। 10:15 बजे के करीब यूरिया इकाई में अचानक अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा, जिससे वहां अफरातफरी मच गई।
प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार अमोनिया पम्प के प्लंजर रॉड के टूटने में प्लांट ओपरेशन की फाल्ट नहीं है बल्कि प्लंजर रॉड की गुणवत्ता का सवाल है जो तकनीकी जाँच में ही सामने आएगा।कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि जिस तरह प्लंजर रॉड टूटा है यह अपने तरह की पहली घटना है।

(इलाहाबाद से वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट।)

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