Saturday, April 27, 2024

योगीराज में दबंगों के हवाले यूपी, मिर्जापुर के बाद अब बरेली में युवक की बर्बर पिटाई का वीडियो वायरल

बरेली/मिर्जापुर/सोनभद्र। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पेड़ से बांध कर एक युवक की डंडे से बुरी तरह की जा रही पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि पुलिस का कहना है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज़ कर उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया है। भला हो सोशल मीडिया का वरना उस युवक की पिटाई करने वाले पकड़े नहीं जाते और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता।

यह इसलिए कहना पड़ रहा है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस पचाने में महारत हासिल किए हुए है। अन्य राज्यों की पुलिस की क्या स्थिति है इस पर हम नहीं जाते हैं, लेकिन यूपी पुलिस की लचर और खाऊ-कमाऊ कार्य प्रणाली गरीब व सीधे-साधे लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। वहीं दबंग और माफिया आज भी अपनी हनक बनाए हुए हैं। बरेली की घटना तो एक नजीर है। ऐसी अनगिनत घटनाएं प्रदेश के विभिन्न जनपदों में घटित हो रही हैं, जहां ना तो कानून का खौफ दिखाई देता है और ना ही दबंगों में योगी सरकार के बुलडोजर का भय है।

पिछले दिनों मिर्जापुर के ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटे जाने का भी वीडियो वायरल हुआ था। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया था लेकिन सवाल बना रहा कि आखिर ऐसी घटनाएं कब थमेंगी?

जून महीने में भी मिर्जापुर जिले के ही हलिया थाना क्षेत्र में वन अधिकारी व वनकर्मियों द्वारा एक मुस्लिम युवक की बुरी तरह से पेड़ से बांध कर पिटाई की गई थी। इस मामले में संबंधित अधिकारी को पुलिस ने छुआ तक नहीं, जबकि वनकर्मियों को बलि का बकरा बना दिया गया।

आदिवासी पिछड़े बाहुल्य इलाके सोनभद्र जनपद के जुगैल थाना क्षेत्र एवं घोरावल क्षेत्र में मुंह एवं कान में पेशाब किए जाने का मामला सुर्खियों में रहा है। बड़ा सवाल आज भी यह बना हुआ है कि आखिरकार ऐसी घटनाएं करने का लोगों में साहस कैसे पैदा होता है? सरकार कहती है कि कानून व्यवस्था का राज है और कानून व्यवस्था सूबे में पहले से और भी मजबूत हुई है। लेकिन ऐसी घटनाएं सरकार की कानून व्यवस्था की दुहाई पर तमाचा साबित होती आ रही हैं।

समाजवादी पार्टी महिला सभा की राष्ट्रीय महासचिव कीर्ति कोल कहती हैं कि, “बीजेपी सरकार में आए दिन सिर्फ गरीबों के साथ ही अत्याचार हो रहा है। कहीं कोई पेड़ से लटकाकर मारा जा रहा है, तो कहीं गरीबों-दलितों के मुंह में पेशाब किए जाने का शोर सुनाई दे रहा है। इससे सरकार की कानून व्यवस्था और गरीबों, वंचितों, पीड़ितों को सुरक्षा और सम्मान के साथ त्वरित न्याय देने की व्यवस्था का भी माखौल उड़ता हुआ नजर आ रहा है।”

क्या है बरेली का पूरा मामला?

झुमके के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश का बरेली शहर इन दिनों एक युवक को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई के लिए सुर्खियों में है। बरेली के शीशगढ़ थाना क्षेत्र में एक युवक को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में युवक की डंडों से पिटाई की जा रही है, उसे गालियां दी जा रही हैं।

पीड़ित युवक क्षमा याचना के साथ छोड़ देने की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसकी पिटाई कर रहे युवक पर इसका जरा भी असर नहीं होता। वह बेरहम बन पिटाई करने में जुटा रहता है। बीच बचाव करने के लिए एक महिला भी बीच में आती है, लेकिन महिला को भी दरकिनार कर पेड़ में बंधे युवक की पिटाई होती रहती है।

वीडियो में युवक पीटने वाले से कह रहा है “मैं तुम्हे अपना मामू मानता हूं और इज्जत करता हूं मुझे मत मारो! लेकिन मारने वाले पर मानो भूत सवार था। वह उसकी बातों को दरकिनार कर पीटने में लगा रहता है। इसके बाद मारने वाला युवक भी उससे (पेड़ से बंधे युवक) कुछ पूछते हुए सुना जा रहा है।

वीडियो में डंडे से पीटने वाले युवक का एक साथी बोल रहा है कि ‘किसने भेजा है बता दे, नहीं तो जान से मार देंगे।” इस पर घायल युवक कह रहा है कि वह पहली बार यहां आया है, जिसके बाद वीडियो में एक महिला भी युवक को बचाते हुए नज़र आती है। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया।

एक्स के जरिए की गई मामले की शिकायत

बरेली में युवक की पेड़ से बांधकर की जा रही पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसकी एक्स के जरिए शिकायत की गई, तो मामले में थाना प्रभारी शीशगढ़ ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं मानव अधिकार के प्रति समर्पित डॉक्टर लेनिन रघुवंशी कहते हैं कि “दरअसल, बरेली, मिर्जापुर और सोनभद्र से जुड़ी हुईं ये मार्मिक घटनाएं न केवल मानवता के माथे पर कलंक कही जाएंगी, बल्कि मानवाधिकारों का भी सीधे-सीधे हनन हैं। कानून को हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं है। संवैधानिक व्यवस्थाएं बनी हुई हैं, उसी के अनुकूल न्याय देने और सजा देने का भी प्रावधान सुनिश्चित है। यदि इससे इतर कोई कानून हाथ में लेकर इस प्रकार की सजा देते हुए जुल्म ढाने का कार्य करता है तो निस्संदेह यह अपराध की श्रेणी में आता है।”

वहीं बरेली के युवा पत्रकार सनी गोस्वामी कहते हैं कि “इस प्रकार की घटनाएं कानून व्यवस्था के लिहाज से भी उचित नहीं कही जाएंगी, पुलिस भले ही कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों की गिरफ्तारी का दावा कर रही है, लेकिन सवाल उठता है कि आखिरकार कानून का भय ऐसे लोगों में क्यों नहीं दिखाई देता?”

चोरी के आरोप में युवक को दी गई तालिबानी सजा

मिर्जापुर जिले के ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के महोगढ़ी गांव में 3 दिसंबर 2023 को मोबाइल चोरी का आरोप लगाकर जयशंकर नामक 25 वर्षीय युवक को पेड़ पर उल्टा लटकाकर निर्ममता पूर्वक पिटाई करने का किसी ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया था। इस तालिबानी सजा का वीडियो वायरल होने के बाद 6 दिसंबर को देर शाम पुलिस ने महिला को थाने पर बुलाकर बेटे जयशंकर को रस्सी से उल्टा लटकाकर पिटाई करने वाले चार युवकों के विरुद्ध तहरीर लेकर कार्रवाई में जुट गई थी।

तहरीर में युवक की मां चंद्रकली पत्नी कैलाश बहेलिया ने आरोप लगाया था कि बीते तीन दिसंबर को गांव निवासी युवक ने उसके बेटे पर मोबाइल फोन की चोरी करने का आरोप लगाते हुए पेड़ में उल्टा लटकाकर, महोगढ़ी गांव निवासी दो लोग, देवहट गांव निवासी एक युवक तथा भटपुरवा गांव निवासी युवक लात घूंसे और डंडे से पिटाई कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मारने पीटने से गंभीर रूप से घायल बेटे जयशंकर बहेलिया का दाहिना हाथ टूट गया है।

घायल युवक की मां ने बताया कि बेटे को उल्टा लटकाकर मारने की जानकारी मिलने पर वह रोते-बिलखते हुए मौके पर गई, लेकिन युवक रस्सी खोलने को तैयार नहीं थे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने रस्सी खुलवाई तब जाकर बेटे की जान बची।

वायरल वीडियो में युवक की पेड़ में उल्टा लटकाकर पिटाई की जा रही है, वहीं युवक बार-बार रस्सी खोलने की मिन्नत कर रहा है। बच्चे तमाशबीन बनकर युवक की पिटाई देख रहे हैं और कुछ मारपीट का वीडियो भी बना रहे हैं। वायरल हुए वीडियो में एक महिला मिर्च का धुआं युवक पास सुंघाने ले जा रही है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष ड्रमंडगंज अरविन्द कुमार सरोज ने बताया कि युवक को पेड़ से बांधकर उल्टा लटकाने वाले युवकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है। आरोपी को हिरासत में भी ले लिया गया है। यहां भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिरकार ऐसे दबंगों पर कब नकेल कसी जायेगी जो कानून हाथ में लेकर स्वयं ही फरमान सुनाने लगते हैं?

हालांकि मिर्ज़ापुर के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने स्वयं इस मामले को संज्ञान में लेते हुए क्षेत्राधिकारी लालगंज मंजरी राव के नेतृत्व में टीमें गठित कर अभियुक्तों की यथाशीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे। जिस पर थाना ड्रमंडगंज प्रभारी ने नामजद राजेश धरिकार पुत्र नन्द लाल धरिकार निवासी महुगढ़ी, रमेश उर्फ राजेश धरिकार पुत्र बैरागी निवासी ग्राम देवहट व हंसराज पुत्र गौरीशंकर धरिकार ग्राम महुगढ़ी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि एक अन्य जो फरार चल रहा था- उसकी भी गिरफ्तारी हो चुकी है।

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक “इस प्रकरण में तत्काल कड़ी धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था तथा तीन अभियुक्तों को त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार भी कर लिया गया था। जबकि चौथा नामजद आरोपी छोटू घर छोड़कर भागा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें गठित की गई थीं। सम्पत्ति को चिन्हित कर कुर्क, ध्वस्त कराये जाने तथा ऐसी कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है जिससे की भविष्य में इस तरह की घटना की पूनरावृति नहीं हो।”

पुलिस यदि छोटे-छोटे मामलों की भी गहनता से जांच कर कार्रवाई करते हुए पीड़ित लोगों को न्याय सुलभ कराये तो निश्चित तौर पर ऐसी घटनाएं पनपने ही नहीं पायेंगी। लेकिन पुलिस की लचर नीति गरीब सीधे-साधे लोगों को दरकिनार करने के कारण ऐसे लोगों का हौसला बढ़ जाता है और वह कानून व्यवस्था को ढेंगा दिखाते हुए खौफ और आराजकता को बढ़ावा देते हैं।”

(संतोष देव गिरी की रिपोर्ट)

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