कर्नाटक पुलिस महानिदेशक (डीपीजी) के रामतचंद्र राव की सौतेली बेटी रान्या राव पर लगे सोने की तस्करी के आरोप मामले में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अदालत में कहा है कि अभिनेत्री रान्या राव के सोने की तस्करी से जुड़े रैकेट में कर्नाटक पुलिस के एक प्रोटोकॉल अधिकारी का इस्तेमाल किया गया था। डीआरआई ने दावा किया कि रान्या ने जनवरी 2023 से अब तक 27 बार दुबई की यात्रा की और उसने हवाला लेनदेन का इस्तेमाल करके भारत से दुबई में धन भेजा है।
डीआरआई ने अपनी दलील में कहा कि रान्या ने सुरक्षा को दरकिनार करने के लिए राज्य पुलिस के प्रोटोकॉल अधिकारी का इस्तेमाल किया। केंद्रीय एजेंसी ने अदालत से यह भी कहा कि रान्या ने जांच में सहयोग नहीं किया और उसके खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।
इसके बाद कर्नाटक पुलिस के डीजीपी के रामचंद्र राव को सरकार ने जबरन छुट्टी पर भेज दिया है। राव पर आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए पुलिस प्रोटोकॉल का गलत इस्तेमाल किया। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीबीआई भी इस मामले की जांच कर रही है और इसमें शामिल नेताओं की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।
शुक्रवार को इस मामले में अदालत ने संज्ञान में लेते हुए रान्या की जमानत याचिका को खारिज कर दी थी। इसके अलावा, कर्नाटक सरकार ने रान्या के पिता रामचंद्र राव की भूमिका की जांच के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को नियुक्त किया था। लेकिन, कुछ घंटों बाद इस आदेश को वापस ले लिया गया। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भी कर रहे हैं।
साथ ही मामले में कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव ने इल्जाम लगाया है कि राजस्व खुफिया निदेशालय के अफसर ने उन्हें कई बार थप्पड़ मारे, खाना नहीं दिया और उनसे सादे कागज पर दस्तखत करने को कहा। अतिरिक्त महानिदेशक को लिखे एक खत में रान्या राव ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उन्हें गलत केस में फंसाया जा रहा है।
इस बीच पता चला है कि कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी के मामले में सीबीआई ने गुरुवार को दर्ज एफआईआर में ‘आरोपी’ कॉलम को खाली छोड़ दिया है, जिससे राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है। आरोपी कॉलम को खाली छोड़ने के बाद इस सीबीआई का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है।
सीबीआई के इस फैसले से एजेंसी को किसी भी व्यक्ति को समन करने की सुविधा मिल जाती है खासकर जब राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) को इस रैकेट में एक सिंडिकेट के शामिल होने का शक है। डीआरआई ने सोने की तस्करी के कई मामलों के दस्तावेज इकठ्ठा करे हैं, जिसमें दो महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां शामिल हैं जो दुबई और भारत के बीच एक संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करती हैं।
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली में मनी-लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया और गुरुवार को रान्या के लावेल रोड फ्लैट समेत बेंगलुरु के पांच अन्य स्थानों पर छापेमारी की। बेंगलुरु के अधिकारियों की मदद से ईडी अधिकारियों ने अडुगोडी, इंदिरानगर और कोरमंगला में रान्या के पति से जुड़े ऑफिस में भी छापा मारा। बताया जा रहा है कि दिनभर की छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त किए गए।
6 मार्च को मुंबई एयरपोर्ट पर 21.2 किलोग्राम सोने के साथ दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया, जिसकी कीमत 19 करोड़ रुपये थी। ठीक कुछ दिन बाद जब रान्या को बेंगलुरु में 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था। उनके घर पर की गई तलाशी में और भी बरामदगी हुई। इन ऑपरेशनों की पैमाने एक नेटवर्क की ओर इशारा करती है, जिसमें विदेशी नागरिक और संभवतः कई बड़े सरकारी अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस ने खुलासा किया कि रान्या ने गिरफ्तारी के दिन उनसे संपर्क किया था तथा अपने आगमन के लिए वीआईपी प्रोटोकॉल का अनुरोध किया था। बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया है कि अभिनेत्री रान्या राव को उनके सौतेले पिता, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीजीपी के रामचंद्र राव के कहने पर कई मौकों पर वीआईपी प्रोटोकॉल दिया गया था।
के रामचंद्र राव कर्नाटक पुलिस हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सीएमडी हैं। फिलहाल सरकार ने उनको अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है। अतिरिक्त डीजीपी शरत चंद्र अब उनके कार्यभार को संभालेंगे। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से उच्च-स्तरीय जांच के आदेश के बाद हुई है। यह जांच राव की भूमिका की पड़ताल करेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी 31 साल की अभिनेत्री बेटी रान्या राव नियमित रूप से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस सुरक्षा का इस्तेमाल करती थीं। वह विदेश यात्राओं से लौटते समय पुलिसवालों से एस्कॉर्ट करवाती थीं और सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल करती थीं।
मामले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं को पता चला कि अभिनेत्री अक्सर दुबई की यात्राएं करती रही है, जिसने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने हाल के हफ्तों में दुबई की लगभग 30 यात्राएं की थीं। एजेंसी पिछले कुछ समय से उसकी गतिविधियों पर नज़र रख रही थी और उसे संदेह था कि वह एक जाने-माने तस्करी पैटर्न का इस्तेमाल कर रही है। दुबई से हाल ही में वापस आने पर अधिकारियों ने उसे हवाई अड्डे पर रोका और उसके पास से विदेशी मूल की 12 सोने की छड़ें जब्त कीं।
रिपोर्ट के अनुसार, हवाई अड्डे पर तैनात हेड कांस्टेबल बसप्पा बिल्लुर उर्फ बसवराज ने अपने बयान में डीआरआई अधिकारियों को बताया कि उसने नियमित सुरक्षा जांच से बचने में रान्या की व्यक्तिगत रूप से सहायता की थी। उन्होंने दावा किया कि उन्हें कई मौकों पर उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों के परिवार के सदस्यों की आवाजाही को सुगम बनाने के निर्देश दिए गए थे। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विशेष रूप से, उन्होंने डीजीपी रामचंद्र राव से रान्या सहित अपने रिश्तेदारों के लिए सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के सीधे आदेश प्राप्त करने की बात स्वीकार की।
बसवराज ने आगे बताया कि रान्या ने अपनी गिरफ़्तारी के दिन उनसे संपर्क किया था और शाम 6.20 बजे उनके आगमन के लिए वीआईपी प्रोटोकॉल का अनुरोध किया था। उनके अनुरोध के बाद, वे विमान से उतरते समय उनसे मिले और एयरपोर्ट के ग्रीन चैनल से उनके साथ गए, जो आम तौर पर उन यात्रियों के लिए आरक्षित मार्ग है जिनके पास घोषित करने के लिए कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले भी तीन या चार बार उन्हें इसी तरह की सुविधाएं दी थीं, हालांकि उन्हें सटीक तारीखें याद नहीं हैं।
बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को सोना तस्करी के मामले में कन्नड अभिनेत्री हर्षवर्धिनी रान्या उर्फ रान्या राव की जमानत याचिका को ठुकरा दिया। अदालत ने मामले के दूसरे आरोपी तरुण राजू को जांच जारी रहने तक 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और डीजीपी के. रामचंद्र राव की सौतेली बेटी रान्या राव अभी परप्पाना अग्रहारा जेल में बंद हैं। इस मामले ने पूरे देश में काफी चर्चा बटोरी है।
न्यायाधीश विश्वनाथ सी गौदर ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की बातों को सुनने के बाद यह फैसला दिया। वहीं, इस मामले में दूसरे आरोपी तरुण राजू के वकील ने भी जमानत के लिए याचिका दायर की। अदालत ने डीआरआई से इस पर अपनी आपत्तियां पेश करने को कहा। अदालत ने इस मामले को गंभीर मानते हुए यह फैसला सुनाया। डीआरआई ने पहले अदालत को बताया था कि रान्या राव से जुड़ा सोना तस्करी का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर का है और इसमें हवाला का भी कनेक्शन है। इस वजह से यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ मामला बन गया है।
कन्नड़ अभिनेत्री और कर्नाटक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रामचंद्र राव की सौतेली बेटी रान्या राव को तीन मार्च को सोना तस्करी मामले में बेंगलुरू एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 12.56 करोड़ रुपये का सोना बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद डीआरआई अधिकारियों ने बेंगलुरु स्थित उनके घर पर भी छापा मारा। वहां से उन्हें 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद भी बरामद किए गए।
(जे पी सिंह वरिष्ठ पत्रकार एवं कानून के जानकार हैं।)
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