झारखंड उप चुनावः पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के बयान पर बढ़ा विवाद, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की शिकायत

झारखंड के उप चुनाव में प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। बेरमो विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से कुछ पूछा, लेकिन जब लोगों ने चुप्पी साध ली, तो रघुवर दास ने कथित तौर पर कहा कि इसी कारण ‘चोट्टा’ लोग झारखंड में राज कर रहे हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनके इस बिगड़े बोल की आलोचना शुरू हो गई।

रघुवर दास के इस बयान पर मंत्री बंधु तिर्की से जब इस पत्रकार ने प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा, “ऐसे बयानों के लिए रघुवर दास काफी पहले से चर्चा में रहे हैं, मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनकी जुबान की फिसलन बरकरार रही है। ऐसे में हम यही दुआ करते हैं कि भगवान अभी भी उन्हें सद्बुद्धि दे। वे एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं, ऐसी भाषा अशोभनीय है।”

दूसरी तरफ रघुवर दास के इस बयान को गंभीरता से लेते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री केशव महतो कमलेश, कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा एवं प्रवक्ता अमूल्य नीरज खलखो ने ‘अनुमंडल पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी 35-बेरमो विधानसभा उपचुनाव’ से मिलकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास के विरुद्ध आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाकर लिखित शिकायत दर्ज की है।

शिकायत में कहा गया है कि दिनांक 17 अक्तूबर 2020 को बोकारो जिला के जरीडीह प्रखंड अंतर्गत तीरो गांव में चुनाव प्रचार के दौरान महिलाओं की चौपाल में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि ‘आप लोग चुप मत रहिए आप लोग चुप रहते हैं, इसलिए चोट्टा लोग राज कर रहा है।’ यह अत्यंत ही अमर्यादित एवं असंसदीय भाषा है।

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं केशव महतो कमलेश ने शिकायत दर्ज कराने के बाद कहा कि भाजपा हार की घबराहट में गाली-गलौच पर उतर आई है। जिस तरह की भाषा का प्रयोग पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा है उसे बेरमो की जनता क़तई बर्दाश्त नहीं करेगी। आज जिस तरह से सरकार के बारे में रघुवर दास ने महिलाओं के बीच अपशब्द का प्रयोग किया है, वह निंदनीय है। उनके बयान से ये लगता है कि रस्सी जल गई पर अभी तक ऐंठन नहीं गई है। इसी भाषा और अहंकार की वजह से पिछले चुनाव में जनता ने उन्हें और उनकी सरकार को नकारने का काम किया था, बावजूद इसके अभी तक उनकी भाषा शैली में सुधार नहीं हुआ है।

कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा एवं प्रवक्ता अमूल्य नीरज खलको ने कहा कि वर्तमान में झारखंड राज्य में तीन दलों ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल की सरकार है। रघुवर दास ने अपने वक्तव्य द्वारा हमारे मुख्यमंत्री एवं कैबिनेट मंत्रियों के साथ-साथ एक लोकतांत्रिक चुनी हुई सरकार को अपमानित किया है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पूर्व में भी सत्ता के नशे में कई मौके पर खुलेआम झारखंड की जनता एवं अपने राजनीतिक विरोधियों को अपने वक्तव्य द्वारा अपमानित करने का काम किया है। बेरमो विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को फिर से मुंह की खानी पड़ेगी। बेरमो विधानसभा क्षेत्र की जनता ने विगत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एवं स्व राजेंद्र सिंह के पक्ष में जनादेश दिया था। उपचुनाव में क्षेत्र की जनता की पूरी सहानुभूति स्व. राजेंद्र सिंह के साथ है। उपचुनाव में अपनी निश्चित हार को जानकर भाजपा नेता उलूल-जुलूल बदजुबानी कर रहे हैं।

कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अनुमंडल पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी को वीडियो फुटेज सौंपा एवं रघुवर दास के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है।

बता दें कि झारखंड में विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। दुमका सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने से खाली हुई है। बेरमो सीट पूर्व उप मुख्यमंत्री और विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के आकस्मिक निधन से खाली हुई है। गठबंधन के तहत दुमका सीट झामुमो और बेरमो कांग्रेस के पाले में आई है। दुमका में जहां झामुमो ने हेमंत सोरेन के बड़े भाई बसंत सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं भाजपा ने पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को उम्मीदवार बनाया है। बेरमो में कांग्रेस ने स्व. राजेंद्र प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह को उम्मीदवार बनाया है तथा भाजपा ने पुनः योगेश्वर महतो ‘बाटुल’ को मैदान में उतारा है।

(झारखंड से वरिष्ठ पत्रकार विशद कुमार की रिपोर्ट।)

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