गुजरात में इस बार भी विदेशी नेताओं के दौरों का चुनावी इस्तेमाल करेगी भाजपा

गुजरात में विधानसभा के चुनाव लिए वैसे तो सभी प्रमुख पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस मामले में सबसे आगे है। चुनाव के मद्देनजर उसकी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की परियोजना पर तो देशव्यापी पैमाने पर काम शुरू हो ही चुका है, उससे इतर भी वह चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है। राज्य विधानसभा का चुनाव इस साल के अंत में यानी सात महीने बाद होना है, लेकिन भाजपा की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने न सिर्फ अपने आपको चुनाव प्रचार में झोंक दिया है बल्कि उन्होंने वैश्विक नेताओं यानी विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को भी परोक्ष रूप से भाजपा के चुनाव प्रचार में उतार दिया है। इस समय दो विदेशी नेता गुजरात के दौरे पर हैं और माना जा रहा है कि आगामी चार पांच महीने तक किसी न किसी बहाने गुजरात में विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों का आना-जाना लगा रहेगा।

गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा के पिछले चुनाव में भी ऐसा ही देखने को मिला था। पिछला चुनाव नवंबर 2017 में हुआ था और उससे दो महीने पहले यानी सितंबर में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे गुजरात की यात्रा पर पहुंचे थे। उनकी उस यात्रा के दौरान जापान के सहयोग से बुलेट ट्रेन सहित कई परियोजनाओं की घोषणा हुई थी। जापानी प्रधानमंत्री ने उस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ अहमदाबाद में रोड शो भी किया था। उस चुनाव में लोगों को रिझाने के लिए भाजपा ने जापान का सहयोग और बुलेट ट्रेन को एक बड़ा मुद्दा बनाया था। हालांकि बुलेट ट्रेन का अभी तक कोई अता-पता नहीं है और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उसकी चर्चा तक नहीं करते हैं।

इस बार भी चुनाव से छह सात महीने पहले ही विदेशी नेताओं के दौरे शुरू हो गए हैं। इस समय मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन टेड्रोस एडेनॉम गैब्रिएसस गुजरात पहुंचे हुए हैं। उनका साथ देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी भी तीन के लिए अपने गृह राज्य के प्रवास पर हैं। मोदी ने इस यात्रा के दौरान जामनगर में पारंपरिक औषधि के वैश्विक केंद्र के भवन की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम में दोनों विदेशी मेहमान यानी मॉरीशस के प्रधानमंत्री और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक भी मौजूद रहे।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुखिया की मौजूदगी में पारंपरिक औषधि केंद्र के निर्माण की आधारशिला रखे जाने का बड़ा महत्व है। विदेशी मेहमानों के साथ प्रधानमंत्री वैश्विक आयुष निवेश के एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए। बाद में मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने अहमदाबाद में अलग-अलग रोड शो भी किया।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री और डब्ल्यूएचओ के प्रमुख का दौरा 20 अप्रैल को खत्म हो चुका है और अब 21 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी भारत यात्रा पर आ रहे हैं और उनका पहला पड़ाव गुजरात में होगा। वे अहमदाबाद में कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस दौरान वे देश के बड़े कारोबारियों से भी मुलाकात करेंगे और नए उद्योग लगाने संबंधी घोषणाएं करेंगे। उनके गुजरात से भारत दौरा शुरू करने को लेकर कहा जा रहा है कि ब्रिटेन में बड़ी संख्या में गुजराती लोग रहते हैं, इसलिए उनका दौरा गुजरात से शुरू हो रहा है।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ हों या डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ट्रेडोस गैब्रिएसस हों या ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हों, इन सबका गुजरात दौरा अनायास नहीं हो रहा है। इनके दौरे की योजना इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर बनाई गई है। चुनाव की घोषणा में हालांकि अभी करीब छह महीने का समय है और इस बीच कुछ और भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष गुजरात का दौरा कर सकते हैं। वैसे नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद चुनाव से इतर भी दुनिया के बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्षों का गुजरात दौरा होता रहा है। जैसे सितंबर 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने गुजरात की यात्रा की थी और कोरोना काल के दौरान फरवरी 2020 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी गुजरात आए थे।

(अनिल जैन वरिष्ठ पत्रकार हैं और आजकल दिल्ली में रहते हैं।)

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