अमूल पर भाजपा का कब्जा, कांग्रेस का राज खत्म

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गुजरात के खेड़ा जिला सहकारी दूध उत्पादन संघ लिमिटेड (अमूल डेयरी) पर आजादी के बाद पहली बार भाजपा ने कब्जा कर लिया है। इसी के साथ अमूल पर लंबे से चला आ रहा कांग्रेस का राज खत्म हो गया है। दरअसल पिछले दिनों खेड़ा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ में हुए चेयरमेन और वायस चेयरमैन के पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई है।

लंबे समय से इस पद पर चेयरमैन रहे राम सिंह परमार और वायस चेयरमैन राजेंद्र सिह बोर्ड का चुनाव हार गए हैं। वहीं दूसरी ओर जिला बीजेपी अध्यक्ष विपुल पटेल अमूल डेयरी के निर्विरोध नए चेयरमैन और कांति परमार वायस चैयरमेन चुने गए हैं।

कांग्रेस के पांच विधायक भाजपा में शामिल

खबरों के अनुसार दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में 156 सीटों के साथ हुई भाजपा की भारी जीत के बाद उसका अगला निशाना अमूल पर ही था। इसलिए जीत के बाद से ही पार्टी इस प्रयास में जुट गई थी। जिसके बाद पिछले दिनों ही कांग्रेस के पांच नेता भाजपा में शामिल हुए। आज जहां भाजपा ने सेंध मारी है कभी वहां कांग्रेस हुआ करती थी।

इसका एक बड़ा उदाहरण यह है कि राम सिंह परमार साल 2002 से डेयरी के अध्यक्ष रहे और 2017 में राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। उनके भाजपा में शामिल होने के बाद भी अमूल पर इसका कोई असर नहीं दिखा। दरअसल खेड़ा और आणंद कांग्रेस का गढ़ थे।

लेकिन अब यहां तख्ता पलट गया और कांग्रेस से जुड़े चार निदेशक भाजपा में शामिल हो गए हैं। 11 फरवरी को गांधीनगर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की उपस्थिति में जोवन सिंह चौहान (मोदज), सीता चंदू परमार (तारापुर), शारदा हरि पटेल (कपडवंज) और घेला मानसिंह जाला (कथजाल) भाजपा में शामिल हो गए।

आपको बता दें कांग्रेस ने सितंबर 2020 के चुनावों में 11 में से आठ सीटें जीती थीं। 13 फरवरी को हुई बैठक में विपुल पटेल को चेयरमैन और सोढा परमार को वायस चेयरमैन चुनने का जनादेश दिया गया।

इसके साथ ही आजादी के बाद पहली बार अमूल में भाजपा सत्ता में आई है। इसका लोगों ने जमकर जश्न मनाया। भाजपा समर्थकों ने इसके लिए ढोल नगाड़े बजाए और विजेताओं का फूल माला के साथ स्वागत भी किया।

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